व्यापार
07-Sep-2025
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- कच्चे तेल में उतार-चढ़ाव और रुपये-डॉलर के विनिमय दर की दिशा भी बाजार को प्रभावित करेगी मुंबई (ईएमएस)। इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार की दिशा घरेलू और वैश्विक आर्थिक आंकड़ों, विदेशी निवेशकों की गतिविधियों और मुद्रास्फीति के आंकड़ों से निर्धारित होगी। पिछले सप्ताह बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में अच्छी बढ़त दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में सकारात्मक भावना बनी हुई है। बाजार के ‎विशेषज्ञों बताया कि 12 सितंबर को भारत की मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होंगे, जो बाजार की चाल के लिए अहम भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा, हाल ही में जीएसटी दरों में कटौती से बाजार की धारणा में सुधार हो सकता है, जिससे क्षेत्रीय स्तर पर तेजी आ सकती है। अमेरिका के उपभोक्ता मुद्रास्फीति, बेरोजगारी के दावे और उपभोक्ता धारणा के आंकड़े इस सप्ताह प्रमुख रहेंगे। ये आंकड़े अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक (16-17 सितंबर) के फैसले को प्रभावित करेंगे। यूरोपीय केंद्रीय बैंक का ब्याज दर निर्णय और जापान की दूसरी तिमाही की जीडीपी भी निवेशकों की नजरों में होंगे। बाजार के एक वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक ने कहा कि बाजार इस सप्ताह सतर्क लेकिन आशावादी रुख के साथ खुलेगा। निवेशक विशेष रूप से उपभोग-आधारित और पूंजीगत व्यय-आधारित क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव और रुपये-डॉलर के विनिमय दर की दिशा भी बाजार को प्रभावित करेगी। ‎विशेषज्ञों ने कहा ‎कि बाजार के लिए यह सप्ताह महत्वपूर्ण है, क्योंकि नीतिगत सुधार और मजबूत आर्थिक आंकड़े बाजार धारणा को बेहतर बना सकते हैं। भारत और अमेरिका की मुद्रास्फीति, यूरोपीय केंद्रीय बैंक का ब्याज दर निर्णय और जापान की जीडीपी प्रमुख आंकड़ों में शामिल हैं। इस सप्ताह के आर्थिक और नीतिगत घटनाक्रम भारतीय शेयर बाजार की दिशा तय करने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे। सतीश मोरे/07‎सितंबर ---