पश्चिमी सिंहभूम (ईएमएस)।पश्चिमी सिंहभूम भाजयुमो के जिला अध्यक्ष चंद्र मोहन तिऊ ने रविवार को यहां बयान जारी कर कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा गुवा गोलीकांड के शहीदों के सपनों से विश्वासघात कर रही है। भारतीय जनता पार्टी ही शहीदों के सपने को पूरा करने का काम करेगी।उन्होंने कहा कि 8 सितंबर 1980 का दिन झारखंड की धरती पर हुए सबसे बड़े जुल्म और अन्याय का गवाह है। पश्चिमी सिंहभूम के गुवा में निर्दोष आदिवासी भाइयों-बहनों पर कांग्रेस की सरकार में पुलिस ने गोलियां बरसाईं। शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों को बेरहमी से मारा गया। इतना ही नहीं, दुनिया में पहली बार रेड क्रॉस सोसाइटी के नियमों का घोर उल्लंघन करते हुए घायल लोगों को गुवा अस्पताल से खींचकर गोली मार दी गई।यह न केवल मानवता पर कलंक था बल्कि कांग्रेस के क्रूर और आदिवासी विरोधी चेहरे को उजागर करता है। गुवा गोलीकांड की शहादत ने झारखंड आंदोलन को नई दिशा दी।भाजयुमो के जिला अध्यक्ष ने कहा कि गुरुजी शिबू सोरेन स्वयं कहते थे कि “लाल सोने की खदानों में हमारे लोगों का रक्त बहा है, हमें शहीदों का कर्ज चुकाना होगा।” लेकिन दुर्भाग्य है कि आज उनकी ही पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन में है और शहीदों के सपनों से विश्वासघात कर रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वर्ष 2022 में गुवा गोलीकांड के शहीद परिवारों को नौकरी देने की घोषणा की।लेकिन यह केवल दिखावा साबित हुआ। अब तक कई परिवार अपने अधिकार से वंचित हैं। शहीदों के आश्रितों को न्याय दिलाने की बजाय झामुमो–कांग्रेस गठबंधन ने उनकी पीड़ा को वोट बैंक की राजनीति का औजार बना दिया।चंद्र मोहन तिऊ ने आगे कहा कि आज भी इस क्षेत्र के लोगों को शुद्ध पीने का पानी नहीं मिलता यहां आज भी गुवा और सारंडा के लोग बेरोजगारी, पलायन और स्वच्छ पानी जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। 40 खदानें खोलने का वादा केवल जनता को ठगने का काम बना।जिन खदानों से विकास की रोशनी फैलनी थी, वहां अब भी अंधेरा छाया हुआ है। कर्मवीर सिंह/07सितंबर/25