राष्ट्रीय
07-Sep-2025


बनासकांठा (ईएमएस)| उत्तर गुजरात स्थित शक्तिपीठ अंबाजी में आयोजित भादौ पूर्णिमा महामेला आज संपन्न हो गया। 1 से 7 सितंबर तक चले इस सात दिवसीय महामेले में 40 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने मां अंबे के दर्शन कर धन्यता का अनुभव किया। श्री आरासुरी अंबाजी देवस्थान ट्रस्ट और बनासकांठा जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस भव्य मेले में गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों से लाखों श्रद्धालु जुटे। सात दिनों तक अरवल्ली की पहाड़ियां जय जय अम्बे के जयघोष से गूंजती रहीं, क्योंकि श्रद्धालु पैदल, बसों और निजी वाहनों से आते रहे। एक से सात सितंबर तक चले इस सात दिवसीय महामेला में 40 लाख 41 हजार 306 श्रद्धालुओं ने मां अम्बे के दर्शन कर धन्यता का अनुभव किया। इस वर्ष 58,118 श्रद्धालुओं ने उड़न खटोला (रोप-वे) से यात्रा की, जबकि 5 लाख 92 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने बस से यात्रा की। 4 लाख 69 हजार 411 श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसाद का लाभ लिया और 23 लाख 20 हजार 802 प्रसाद पैकेट वितरित किए गए। मेले के दौरान 2 करोड़ 71 लाख 30 हजार रुपये की आय दर्ज की गई, जिसमें 232.610 ग्राम सोना और 500 ग्राम चांदी शामिल है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 3 लाख 47 हजार 672 श्रद्धालुओं का उपचार किया गया। चंद्रग्रहण के कारण आज दोपहर अम्बाजी मंदिर बंद कर दिया गया। लेकिन कल से नियमित दर्शन फिर से शुरू हो जाएँगे। मूसलाधार बारिश के बीच बनासकांठा जिला प्रशासन और अंबाजी देवस्थान ट्रस्ट ने मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए। 1.83 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में 35 पार्किंग जोन बनाए गए, जिनमें 22,541 से अधिक वाहन पार्क किए गए। पुलिस विभाग और अग्निशमन विभाग ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा पर कड़ी नज़र रखी। स्वच्छता अभियान के तहत मंदिरों, गब्बरों और सार्वजनिक सड़कों पर विशेष ध्यान दिया गया। जीएसआरटीसी ने इस वर्ष अतिरिक्त बसें लगाईं, जिनसे 5.92 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को सेवा मिली। सतीश/07 सितंबर