मुंबई (ईएमएस)। वैश्विक बाजार में मंगलवार को भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 14 पैसे की मजबूती के साथ 87.95 पर पहुंच गया। यह घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख के कारण संभव हुआ। हालांकि, भारत पर अमेरिकी शुल्क लगाने की चिंताएं और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता रुपये की बढ़त को सीमित कर रही हैं। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 87.98 पर खुला और फिर 87.95 तक पहुंचा। शुक्रवार को यह अब तक के सबसे निचले स्तर 88.38 तक गिर चुका था। डॉलर सूचकांक में भी 0.05 फीसदी की गिरावट देखी गई, जो छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की कमजोरी दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर होने के कारण भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) आगे गिरावट रोकने के लिए हस्तक्षेप कर सकता है ताकि मुद्रा स्थिर रहे। सतीश मोरे/09सितंबर ---