वेलिंग्टन (ईएमएस)। न्यूजीलैंड के तट से लगे समुद्री क्षेत्र में शोधकर्ताओं को 19 करोड़ वर्ष पुराने जीव से जुड़ा एक दुर्लभ भ्रूण मिला है, जिसे ‘घोस्ट शार्क’ कहा जाता है। ‘घोस्ट शार्क’, जिन्हें चाइमेरा भी कहा जाता है, शार्क और रे मछलियों के करीबी रिश्तेदार हैं, लेकिन ये उनसे अलग श्रेणी में आते हैं। यह खोज समुद्री जीवन की प्राचीनता और रहस्यों को उजागर करने में अहम मानी जा रही है। इनका अस्तित्व डायनासोर के समय से है और आज भी ये गहरे समुद्र की अंधेरी गहराइयों में जीवित हैं। आमतौर पर ये प्रजातियां सतह पर दिखाई नहीं देतीं, इसलिए इनके बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस भ्रूण की खोज से इनके विकास, प्रजनन और जीवन चक्र को समझने में बड़ी मदद मिलेगी। खोजे गए भ्रूण को प्राकृतिक अवस्था में सुरक्षित पाया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि यह अंडे से बाहर आने से ठीक पहले की स्थिति में था। यह दुर्लभ नमूना शोधकर्ताओं को यह जानने का अवसर देगा कि घोस्ट शार्क किस तरह विकसित होते हैं और उनकी शारीरिक संरचना किस प्रकार बदलती है। वैज्ञानिकों ने कहा कि यह खोज समुद्री जैव विविधता को समझने की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण कदम है। घोस्ट शार्क की कई प्रजातियां आज भी रहस्यमय हैं और उनकी संख्या कम होती जा रही है। गहरे समुद्र में होने वाले खनन और जलवायु परिवर्तन उनके अस्तित्व को खतरे में डाल सकते हैं। ऐसे में इस भ्रूण की खोज से संरक्षण प्रयासों को भी मजबूती मिलेगी। सुदामा/ईएमएस 12 सितंबर 2025