ज़रा हटके
13-Sep-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। कई लोग ऑफिस से लौटने के बाद रात 9 से 10 बजे के बीच भोजन करते हैं तो कुछ लोग देर रात तक टीवी देखते हुए स्नैक्स खाते रहते हैं। यह आदत धीरे-धीरे शरीर के लिए नुकसानदेह साबित होती है। आयुर्वेद और प्राचीन शास्त्रों में भी स्पष्ट रूप से उल्लेख मिलता है कि सूर्यास्त के बाद देर से भोजन करना पाचन तंत्र के लिए हानिकारक है। विशेषज्ञों का कहना है कि रात के समय मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है और ऐसे में भारी भोजन शरीर को सही ढंग से पच नहीं पाता। इसका असर नींद से लेकर वजन और कई गंभीर बीमारियों तक पड़ता है। दरअसल, हमारे शरीर का पाचन तंत्र दिन के समय सबसे ज्यादा सक्रिय रहता है। सूरज ढलने के बाद शरीर धीरे-धीरे आराम की स्थिति में जाना शुरू करता है। ऐसे में अगर आप रात को भारी भोजन करते हैं तो भोजन के पचने में कठिनाई होती है, जिससे गैस, कब्ज, एसिडिटी और मोटापे की समस्या बढ़ जाती है। यही नहीं, देर रात खाने की आदत डायबिटीज और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ा सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, देर से भोजन करने वालों में नींद की समस्या आम हो जाती है। उन्हें नींद आने में परेशानी होती है या फिर बार-बार नींद टूट जाती है। यह स्थिति मानसिक तनाव और थकान को भी बढ़ाती है। आयुर्वेद में भी कहा गया है कि रात का भोजन हमेशा हल्का और जल्दी होना चाहिए। प्राचीन ग्रंथों में उल्लेख है कि सूर्यास्त के बाद शरीर की क्षमता धीरे-धीरे कम होती जाती है और इस समय भारी खाना शरीर को भीतर से कमजोर बना देता है। यही कारण है कि पारंपरिक रूप से परिवारों में रात का खाना जल्दी और हल्का खाने की परंपरा रही है। हालांकि, आज की व्यस्त जीवनशैली में हर किसी के लिए यह संभव नहीं हो पाता। यदि देर रात भूख लग जाए तो भारी खाना खाने से बचना चाहिए। उसकी जगह हल्के और हेल्दी विकल्प अपनाए जा सकते हैं, जैसे एक कटोरी सूप, सलाद या उबली हुई सब्जियां, हल्का दलिया या फिर गुनगुना दूध। ये चीजें शरीर पर अतिरिक्त बोझ नहीं डालतीं और नींद भी बाधित नहीं करतीं। सही आदतें अपनाने के लिए जरूरी है कि रात का भोजन शाम 7 बजे तक कर लिया जाए, डिनर हल्का रखा जाए, खाने के बाद थोड़ी देर टहला जाए और देर रात भूख लगने पर सिर्फ हल्का स्नैक या लिक्विड लिया जाए। इन आदतों को अपनाने से न केवल पाचन दुरुस्त रहता है, बल्कि मोटापा और बीमारियों से भी बचाव होता है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि दिन में भरपेट भोजन करना और रात का खाना हल्का रखना ही सेहत के लिए सबसे उपयुक्त है। सुबह और दोपहर का समय पाचन तंत्र के लिए सबसे सक्रिय माना जाता है, इसलिए यदि मीठा या भारी भोजन करना हो तो उसी दौरान करना चाहिए। सुदामा/ईएमएस 13 सितंबर 2025