46 शिविरों के का माध्यम से चिन्हित किए गए थे मोतियाबिंद के मरीज बालाघाट (ईएमएस). एकल सुविधा केंद्र के माध्यम से पुलिस लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने अब तक 28 ग्रामीणों के मोतियाबिंद का निशुल्क आपॅरेशन कराकर उन्हें नई रोशनी प्रदान की है। मोतियाबिंद के मरीजों का जबलपुर में निशुल्क ऑपरेशन करवाया जा रहा है। पुलिस ने अभी तक जिले में 46 स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया, जिसमें से मोतियाबिंद के मरीजों को चिन्हित किया गया। पुलिस के अनुसार 9 सितंबर को ग्राम मंडवा में एकल सुविधा केंद्र अंतर्गत निशुल्क स्वास्थ्य जांच व जनसुनवाई शिविर का आयोजन किया गया था। यह शिविर पुलिस, प्रशासन, आश्रित फाउंडेशन असाटी दवाखाना मोहगांव, प्योरिटी सर्विसेस जैन अस्पताल बालाघाट और देवजी नेत्रालय जबलपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था। शिविर में लातरी, मंडवा, नवी, डोंगरिया, लहंगाकन्हार, पाथरी, जगला, लालपुर के ग्रामीणों के आंखों की जांच की गई थी। जिसमें से 10 मोतियाबिंद के मरीज पाए गए थे, जिन्हें दादा वीरेंद्र पुरी नेत्र संस्थान जबलपुर में ऑपरेशन के लिए भेजा गया था, जहां सभी ग्रामीणों का सफलतापूर्वक ऑपरेशन हो चुका। सभी ग्रामीण 13 सितंबर को सकुशल अपने घर लौट गए हैं। मरीजों और उनके परिजनों ने ग्रामीण अंचलों से बाहर निकलकर जबलपुर जैसे बड़े शहर में मोतियाबिंद का निशुल्क ऑपरेशन कराकर आंखों की रोशनी लौटाने पर एकल सुविधा केंद्र और बालाघाट पुलिस का आभार व्यक्त किया है। पुलिस ने बताया कि एकल सुविधा केंद्र के माध्यम से जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अभी तक 46 पुलिस कैंपों का आयोजन किया गया है। इन शिविरों के माध्यम से शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं को ग्रामीणों तक पहुंचाने, वनाधिकार पट्टा के आवेदन, जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड सहित अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बनाने का कार्य किया जा रहा है। भानेश साकुरे / 13 सितंबर 2025