अंतर्राष्ट्रीय
14-Sep-2025
...


-पहली बैठक में सुप्रीम कोर्ट और संसद को जलाए जाने को बताया साजिश काठमांडू,(ईएमएस)। नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा के बीच स्थिरता की उम्मीद के रूप में सुशीला कार्की ने अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाल लिया है। ईमानदार और निडर न्यायमूर्ति के रूप में पहचानी जाने वाली कार्की ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य सत्ता का रसास्वादन करना नहीं, बल्कि देश को वर्तमान संकट से बाहर निकालना है। अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर चार्ज लेने के बाद अधिकारियों को संबोधित करते हुए कार्की ने कहा, कि मैंने जिन हालात में सत्ता संभाली है, वे सामान्य नहीं हैं। 27 घंटे तक पूरा नेपाल जला है, तब जाकर यह अंतरिम सरकार बनी है। मेरी उम्र अब सत्ता का स्वाद लेने की नहीं है। आज की जरूरत है देश की सुरक्षा और हुए नुकसान की भरपाई। यह मुश्किल काम है और इसके लिए सबका सहयोग आवश्यक है। उन्होंने संसद और सुप्रीम कोर्ट जैसे अहम संस्थानों को जलाने की घटनाओं को षड्यंत्र करार दिया। कार्की ने कहा, कि यह कोई साधारण हिंसा नहीं, बल्कि योजनाबद्ध हमला था। इतिहास में नेपाल में कभी इस तरह की लूटपाट नहीं हुई। सड़कों पर हत्या, आगजनी और दस्तावेजों का जलना साबित करता है कि इसके पीछे बड़ी साजिश है। वहीं दूसरी तरफ कार्की ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि परिस्थितियों को सामान्य होने में छह महीने से एक साल का समय लग सकता है, लेकिन उनकी कोशिश होगी कि हालात जल्द से जल्द पटरी पर लौटें। यहां बताते चलें कि भारत से गहरे नाते रखने वाली कार्की ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। उनके अंतरिम प्रधानमंत्री बनने पर भारत ने खुशी जताई और भरोसा दिलाया कि नेपाल को हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। हिदायत/ईएमएस 14सितंबर25