गांधीनगर (ईएमएस)| मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने हिन्दी दिवस पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सरदार साहब ने आजादी के बाद सभी राज्यों और क्षेत्रों को एकजुट करके अखंड भारत का निर्माण किया। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाषा और संस्कृति को जोड़कर एक भारत, श्रेष्ठ भारत का निर्माण किया है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हिंदी दिवस-2025 एवं पंचम अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे| उन्होंने कहा कि भाषा कोई भी हो, वह अभिव्यक्ति के साथ-साथ संस्कृति का अभिन्न अंग होती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार करने का उल्लेख करते हुए कहा कि वर्ष 2019 से केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमितभाई शाह ने देश के विभिन्न राज्यों और शहरों में इस हिंदी दिवस को मनाने की परंपरा शुरू करके इस उत्सव को नई गरिमा प्रदान की है। इस संदर्भ में, उन्होंने इस वर्ष के हिंदी दिवस और गुजरात के गांधीनगर में आयोजित पाँचवें राजभाषा सम्मेलन में सभी का स्वागत भी किया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रधानमंत्री के विकसित भारत के विजन को साकार करने और भविष्य के भारत के लिए अपने सांस्कृतिक मूल्यों और जड़ों से जुड़ना आवश्यक है। इसके लिए उन्होंने दैनिक जीवन में क्षेत्रीय भाषाओं के साथ-साथ राजभाषा को भी अपनाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देशन में राजभाषा विभाग द्वारा किए गए डिजिटल हिंदी शब्दसिंधु जैसे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि इसके परिणामस्वरूप इस शब्दकोश में 7 लाख से अधिक शब्द शामिल किए गए हैं। भूपेंद्र पटेल ने कहा कि हिंदी का सम्मान करना अन्य भारतीय भाषाओं की गरिमा का भी सम्मान करना है। गुजरात की धरती विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों का संगम है और इनके सह-अस्तित्व के साथ गुजरात विकसित भारत में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे हिंदी दिवस पर हिंदी सहित सभी भाषाओं की शक्ति को मिलाकर भारत को एक आत्मनिर्भर, विकसित और सभ्य राष्ट्र बनाने का संकल्प लें। सतीश/14 सितंबर