* फसल चौपट कर पहुंचा सेमरहा कोरबा (ईएमएस) कोरबा जिले में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में मरवाही से पहुंचे दंतैल हाथी ने भारी उत्पात मचाया। रेंज के तनेरा सर्किल के ग्राम सरमा में ग्रामीणों के धान की फसल को मटियामेट कर हाथी सेमरहा पहुंच गया है। दंतैल हाथी को यहां के जंगल में विचरण करते हुए देखा गया, जिससे ग्रामीणों में भय व्याप्त हो गया है। इसकी जानकारी वन विभाग को दी गई, जिस पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर दंतैल की निगरानी में जुट गया है। वहीं ग्राम सेमरहा व आसपास के ग्राम में मुनादी कराकर लोगों को सतर्क करने का अभियान भी शुरू कर दिया गया है। इस दंतैल हाथी ने एक दिन पूर्व पसान की बस्ती में घुसने का प्रयास किया था। जिससे ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई थी। वन विभाग को जानकारी मिलने पर रेंजर के नेतृत्व में वन विभाग की टीम रात में मौके पर पहुंची और दंतैल को खदेडऩे के साथ जंगल वापस भेजा। दंतैल हाथी दिन भर जंगल में विश्राम करने के बाद रात में फिर निकला और तनेरा सर्किल के जंगल के रास्ते सेमरहा पहुंच गया। दंतैल ने रास्ते में ग्राम सरमा में चार ग्रामीणों की फसल को तहस-नहस कर दिया। * बनिया और कोरबी में भी बनी हुई है मौजूदगी 11 हाथियों का दल भी रेंज के ग्राम बनिया में सक्रिय है। हाथियों के इस दल ने खेतों में उत्पात मचाया और वहां लगे धान फसल को रौंद दिया। उधर 27 हाथियों का दल केंदई रेंज के कोरबी सर्किल में अभी भी मौजूद है। हाथियों का यह दल खुर्रूपारा पहुंच गया और उत्पात मचाते हुए बड़ी मात्रा में फसल को तहस-नहस कर दिया। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक दल से अलग होकर दो हाथी कोरबी पुलिस चौकी के निकट भी खेतों में पहुंच गए थे, जिसे खदेडऩे पर वापस लौटा और अपने दल में शामिल होकर जंगल का रूख कर लिया। केंदई रेंज के मोरगा सर्किल में भी 12 हाथी विचरण कर रहे हैं, जिनका उत्पात जारी है। * कुदमुरा रेंज में आधा दर्जन हाथियों की हुई एंट्री इस बीच कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज में आधा दर्जन हाथियों की दस्तक हो गई है। पड़ोसी रायगढ़ जिले के हाटी रेंज से अचानक पहुंचे हाथियों के इस दल ने एक ग्रामीण के बाड़ी में घुसकर वहां लगे भुट्टा को चट कर दिया और कुदमुरा वन परिसर के कक्ष क्रमांक 1139-1140 के बीच जंगल में पहुंचकर विश्राम करने लगा है। हाथियों का दल अभी इसी स्थान में है। वन विभाग हाथियों को लेकर सतर्क हो गया है और कुदमुरा व आसपास के गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है।