:: त्वरित मदद करने वालों का 26 जनवरी को होगा सम्मान :: इंदौर (ईएमएस)। इंदौर में हुई दुखद सड़क दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार को अचानक शहर पहुंचे। उन्होंने वर्मा यूनियन हॉस्पिटल, गीतांजलि अस्पताल, बांठिया अस्पताल, अरबिंदो मेडिकल कॉलेज और भंडारी अस्पताल सहित विभिन्न अस्पतालों में जाकर घायलों का हालचाल जाना। इस दौरान, उन्होंने सभी 13 घायल व्यक्तियों से व्यक्तिगत रूप से बात की और उन्हें ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री ने घायलों के परिजनों से मुलाकात कर दुख व्यक्त किया और उन्हें आश्वासन दिया कि इस मुश्किल घड़ी में प्रशासन उनके साथ है। उन्होंने डॉक्टर्स और कलेक्टर को सभी घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डॉ. यादव ने जोर देकर कहा कि किसी भी घायल के इलाज में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। उन्होंने वर्मा यूनियन हॉस्पिटल में संदीप बिंझवार और अनिल नामदेव से बात की, जबकि गीतांजलि अस्पताल में पलक जोशी, अशोक कुमार गोपलानी, काजल देवी गोपलानी, संविद दुदानी और अनिल कोठारी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने घायलों के परिजनों को बताया कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की जांच के लिए एक अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) नियुक्त किया गया है, जो जिम्मेदारी तय करेंगे। जांच के आधार पर दोषी पाए गए किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस दुखद घटना से सबक लेकर भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी आवश्यक और पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने दुर्घटना के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाने में त्वरित मदद करने वाले नागरिकों के सम्मान की घोषणा की। इन नेक काम करने वाले व्यक्तियों को 26 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, गोलू शुक्ला और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उनके साथ मौजूद थे। प्रकाश/16 सितम्बर 2025