दुबई (ईएमएस)। अनुभवी महिला टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने कहा है कि युवा प्रतिभाओं को निखारने के लिए किसी पद की जरुरत नहीं होती और वह खेलों के विकास में अपनी भूमिका निभाती रहेंगी। सानिया ने कहा कि खेल प्रशासन में वह किसी पद पर काम करने को लेकर अधिक उत्सुक नहीं हैं। इस खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि सहायता करने के लिए कोई बड़ा पद पर होना ही एकमात्र रास्ता है। वहीं अगर मुझे अवसर मिलता भी है तो भी मुझे नहीं लगता कि मैं अधिक कुछ कर पाउंगी। इसलिए मेरा मानना है कि भारतीय टेनिस की अगली पीढ़ी की सहायता के लिए कोई पद अधिक जरुरी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य युवा पीढ़ी के ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों और विशेषकर युवा लड़कियों की मदद करना है क्योंकि मुझे लगता है कि उनके पास ज्यादा आदर्श नहीं हैं जिनसे वे प्रेरणा ले सकें। ’’ सानिया ने कहा, ‘‘मैं अपने अनुभव साझा करना चाहती हूं। और अगर मुझे इसके लिए किसी तंत्र में शामिल होने का अवसर मिलता है और इससे मुझे केवल फोन पर बात करने या कोर्ट पर उनकी मदद करने या किसी भी तरह की अन्य चीज से ज्यादा मौके मिलते है तो मुझे ऐसा करने में खुशी होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मेरा ये ही लक्ष्य नहीं है।’’ सानिया ने कहा कि अभी देश में माया राजेश्वरन रेवती टेनिस की उभरती हुई प्रतिभा है। जिससे मुझे काफी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा, 15-16 साल की किसी प्रतिभाशाली खिलाड़ी को आगे बढ़ते हुए देखना और अपने आयु वर्ग के ऊपर वर्गों में भी अपनी पकड़ बनाए रखते हुए देखना अच्छा लगता है। इसके अलावा सानिया ने स्विट्जरलैंड के खिलाफ डेविस कप मुकाबला में विजेता भारतीय पुरुष टीम की भी जमकर तारीफ की।उन्होंने कहा, ‘‘सुमित नागल ने अच्छा नेतृत्व किया और पिछले डेढ़ साल में एक तरह से शानदार वापसी की है।’’ सानिया का कहना है कि आने वाले समय में बड़ें टूर्नोमेंटों की तरह ही सभी टूर्नोंमेंटों में पुरुष और महिला खिलाड़ियों को समान वेतन मिलना चाहिये जो अभी नहीं मिलता। ईएमएस 17 सितंबर 2025