राज्य
17-Sep-2025
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खैरागढ़(ईएमएस)। चारों ओर झमाझम बारिश से नदी-नाले और तालाब लबालब हैं, लेकिन जिला मुख्यालय खैरागढ़ के घरों तक पीने का पानी नहीं पहुंच रहा। हालात इतने बिगड़े कि मंगलवार को वार्ड नंबर 19 नया टिकरापारा के लोगों ने नगर पालिका कार्यालय का घेराव किया। गुस्साए रहवासियों ने सीएमओ दफ्तर के सामने मटका फोड़कर विरोध जताया और नगर पालिका व सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। वार्डवासियों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बावजूद समस्या जस की तस है। जुलाई में भी आवेदन दिया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। महिलाएं और बच्चे रोज पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द पानी की टंकी का निर्माण शुरू नहीं हुआ तो आंदोलन और उग्र होगा। लोगों ने यह भी बताया कि पानी की किल्लत के साथ ही खराब विद्युत खंभे और गंदगी से बजबजाती नालियां भी बड़ी समस्या बनी हुई हैं। मिशन संडे के संयोजक मनराखन देवांगन ने कहा कि जनता बुनियादी सुविधाओं से वंचित है और जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। जानकारी के मुताबिक, इस संकट की जड़ वही दस साल पुरानी महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके लिए 37 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। योजना के तहत छिंदारी डेम (रानी रश्मिदेवी जलाशय) से पाइपलाइन बिछाकर पूरे शहर को पानी पहुंचाना था। नगर पालिका ने दो साल पहले गलियों और सड़कों की खुदाई कर पाइपलाइन बिछाना शुरू भी कर दिया था। लोगों ने धूल और गड्ढों की परेशानी झेली, मगर अब तक पाइपों से एक बूंद पानी नहीं आया। योजना के अनुसार पहले डेम से मुख्य पाइपलाइन बिछाई जानी थी, उसके बाद शहर के भीतर लाइनें जोड़नी थीं। लेकिन अफसरों ने सीधे शहर में पाइप डाल दिए, बिना यह सुनिश्चित किए कि डेम से पानी आ भी पाएगा या नहीं। अब नगर पालिका का नया दावा है कि पानी छिंदारी डेम से नहीं, बल्कि लालपुर स्टाफ डेम से लाया जाएगा। इसके लिए 2 करोड़ 46 लाख रुपये और मंजूर किए गए हैं। खैरागढ़ की जनता अब सवाल पूछ रही है—आखिर 37 करोड़ की योजना अधूरी क्यों रह गई? गलियों में बिछी पाइपलाइन सूखी क्यों है? और जिला मुख्यालय की जनता को पानी जैसी बुनियादी जरूरत के लिए क्यों तरसना पड़ रहा है? प्रदर्शन ने साफ कर दिया है कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो आंदोलन सड़कों पर और तेज होगा। सत्यप्रकाश(ईएमएस)17 सितंबर 2025