जगदलपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ में नक्सल उन्मूलन के लिए सुरक्षाबलों का अभियान तेज़ी से जारी है। लगातार हो रहे ऑपरेशनों का असर अब नक्सल संगठन पर साफ दिखाई दे रहा है। इसी बीच नक्सली केंद्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें संगठन ने सरकार से शांति वार्ता की इच्छा जताई है। पत्र में अभय ने कहा है कि माओवादी अब बातचीत के लिए तैयार हैं, बशर्ते सरकार एक माह का सीजफायर घोषित करे। उन्होंने लिखा है कि संगठन हथियार छोड़कर आगे चलकर जनसमस्याओं और विकास से जुड़े मुद्दों पर राजनीतिक दलों और संघर्षरत संस्थाओं के साथ मिलकर काम करने के लिए इच्छुक है। नक्सलियों का दावा है कि मार्च 2025 से वे वार्ता की पहल कर रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने कई बार सरकार को प्रस्ताव भेजा था, लेकिन उस पर कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। अभय ने पत्र में 21 मई को गुंडेकोट के पास हुए मुठभेड़ का भी उल्लेख किया है, जिसमें नक्सली महासचिव बसवाराजू समेत 28 कैडर मारे गए थे। इस पूरे मामले पर प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि पत्र की सत्यता की जांच कराई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि नक्सल विरोधी अभियान किसी भी हाल में बंद नहीं होगा। शर्मा ने कहा, “यदि नक्सली बंदूक छोड़कर मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं तो सरकार उनका स्वागत करेगी। आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए पुनर्वास और नेल्लानार जैसी योजनाएं पहले से चल रही हैं।” नक्सलियों ने अपने पत्र में सरकार से अपील की है कि वार्ता शुरू करने से पहले एक महीने का समय दिया जाए और इस अवधि में किसी भी तरह की पुलिस कार्रवाई न की जाए। इसके साथ ही संगठन ने औपचारिक बातचीत के लिए एक ईमेल आईडी भी सार्वजनिक की है। सत्यप्रकाश(ईएमएस)17 सितंबर 2025