मुंबई, (ईएमएस)। पिछले कई महीनों से चर्चा में रहा मुंबई से कोंकण रो-रो सेवा आख़िरकार अब शुरू होने वाली है जिससे कोंकण का सफर अब आसान हो जाएगा। खबर है कि दशहरे के मौके पर मुंबई-कोंकण रो-रो सेवा शुरू होने की संभावना है, और इससे कोंकणवासियों का इंतजार आखिरकार खत्म हो जाएगा। बताया गया है कि दशहरे के पावन अवसर पर मुंबई और कोंकण के बीच यात्रियों और वाहनों के लिए रो-रो फेरी सेवा शुरू करने की तैयारी चल रही है और मैरीटाइम कॉर्पोरेशन ने कमर कस ली है। दरअसल पिछले कुछ महीनों से यह सेवा केंद्र और राज्य स्तर की अनुमति, मौसम संबंधी बाधाओं और तकनीकी कारणों से बार-बार स्थगित हो रही थी। योजना बनाई गई थी कि गणेशोत्सव के दौरान यह सेवा शुरू हो जाएगी, लेकिन शुरू नहीं हो पाई। मगर अब सभी अनुमतियां मिल गई हैं और समुद्र की स्थिति भी अनुकूल हो रही है। खबर है कि मैरीटाइम कॉर्पोरेशन ने बोट सेवा शुरू करने के लिए तकनीकी और प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली हैं। जेटी पर यात्रियों के लिए बैठने की सुविधाएं, वाहनों के लिए अलग लोडिंग-चेकिंग केंद्र, साथ ही सुरक्षित उतार और चढ़ाई की व्यवस्था की जा रही है। जयगड और विजयदुर्ग स्थित जेटी से शहर जाने के लिए बस सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही, प्रशासन मौसम की रिपोर्ट पर नज़र रखकर समुद्र की स्थिति अनुकूल होने पर तुरंत सेवा शुरू करने की योजना बना रहा है। मालूम हो कि त्योहारी सीज़न में हज़ारों यात्री कोंकण स्थित अपने गृहनगर के लिए रवाना होते हैं। हाईवे पर घंटों लगने वाला ट्रैफ़िक जाम, दुर्घटनाओं का ख़तरा और ट्रेन में टिकटों की भीड़, यात्रा को कष्टदायक बना देती थी। गणेशोत्सव के दौरान सेवा न मिलने पर लोगों को असंतोष रहता था, लेकिन अब लोगों को यह सुनकर खुशी हो रही है कि नवरात्रि के दौरान यह सेवा शुरू हो जाएगी। यात्रियों ने प्रतिक्रिया दी कि उन्हें मुंबई से कोंकण की यात्रा के लिए एक नया विकल्प मिलेगा। क्योंकि रो-रो सेवा एक सुरक्षित, तेज़ और आरामदायक यात्रा विकल्प प्रदान करेगी। इस बीच खबर ये है कि मुंबई से रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग मार्ग पर रो-रो सेवा का पायलट परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया। गति, यात्री क्षमता और सुरक्षा जाँच संतोषजनक रही है और समुद्री सुरक्षा एजेंसियों ने भी इसे हरी झंडी दे दी है। - कैसी होगी सेवा? ये बोट भाऊचा धक्का (मुंबई) से जयगड और विजयदुर्ग तक चलेंगी। यात्रा समय: मुंबई-रत्नागिरी 3 से 3.5 घंटे, मुंबई-सिंधुदुर्ग 5 घंटे, गति: 25 समुद्री मील दक्षिण एशिया की सबसे तेज़ यात्री बोट। बैठने की क्षमता: 552 यात्री (इकोनॉमी) 44 (प्रीमियम इकोनॉमी) 48 (बिज़नेस) 12 (प्रथम श्रेणी) वाहन क्षमता: 50 चार पहिया वाहन और 30 दो पहिया वाहन * टिकट किराया • इकोनॉमी- 2,500 रुपये, प्रीमियम इकोनॉमी- 4,000 रुपये, बिज़नेस क्लास- 7,500 रुपये, फर्स्ट क्लास- 9,000 रुपये। * वाहन किराया चार पहिया वाहन- 6,000 रुपया, दोपहिया वाहन 1,000 रुपये, साइकिल- 600 रुपये एवं मिनी बस- 13,000 रुपये। संजय/संतोष झा- १८ सितंबर/२०२५/ईएमएस