राज्य
18-Sep-2025


कई जिलों में क्लाउडबस्र्ट और भूस्खलन से 15 लोगों की मौत, 16 लापता देहरादून (ईएमएस)। उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश और बाढ़ ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। देहरादून सहित कई जिलों में क्लाउडबस्र्ट और भूस्खलन से 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 16 अन्य लापता बताए जा रहे हैं। भारतीय मौसम विभाग ने 20 सितंबर तक रेड अलर्ट जारी किया है, लेकिन इसी बीच 21 सितंबर को निर्धारित उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की संयुक्त स्नातक स्तरीय ग्रुप सी परीक्षा को लेकर छात्रों में भारी आक्रोश है और सैकड़ों अभ्यर्थी परीक्षा स्थगित करने की मांग तेज हो गई हैं। मूल निवास भू कानून संघर्ष समिति के संस्थापक संयोजक और महासचिव उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा मोहित डिमरी ने इस मुद्दे पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आयोग क्या युवाओं की जान का दुश्मन बनना चाहता है और पूरे प्रदेश में तबाही मची है, पुल टूट चुके हैं, सड़कें बह गई हैं, और पुलिस घरों से बाहर न निकलने की सलाह दे रही है। उन्होंने कहा कि फिर 21 सितम्बर को परीक्षा कैसे हो सकती है और अगर अभ्यर्थी 19 व 20 सितम्बर को सफर करेंगे, तो अलर्ट के बीच उनकी जान जोखिम में पड़ जाएगी और पूरी मेहनत बर्बाद हो जाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व आयोग अध्यक्ष जी एस मर्तोलिया को तुरंत संज्ञान लेना चाहिए। कम से कम 20 दिनों का समय दिया जाए। डिमरी ने सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट के माध्यम से अपनी बात रखी, जिसमें उन्होंने युवाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपील की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, देहरादून में ही 13 लोगों की मौत हुई है, जबकि थराली, धराली, नैनीताल और पिथौरागढ़ जैसे क्षेत्रों में भारी तबाही हुई है। उन्होंने कहा कि सहस्त्रधारा, मालदेवता और तमसा नदी के उफान पर आने से सैकड़ों घर-दुकानें जलमग्न हो गईं, और 900 से अधिक लोग फंस गए। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं, लेकिन मौसम की मार के कारण राहत कार्य बाधित हो रहा है। शैलेन्द्र नेगी/ईएमएस/18 सितम्बर 2025