ज़रा हटके
23-Sep-2025
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लंदन (ईएमएस)। दुनिया में जिन देशों के लोग सबसे ज्यादा मुस्कुराते हैं, वे सभी आर्थिक रूप से अपेक्षाकृत गरीब या विकासशील राष्ट्र माने जाते हैं। यह दावा किया है गैलप इमोशनल रिपोर्ट 2023 में। इंडोनेशिया, मैक्सिको, पराग्वे, फिलीपीन्स और वियतनाम जैसे देश स्माइल इंडैक्स में सबसे आगे हैं। इसके अलावा ग्वाटेमाला, पनामा, एल सल्वाडोर, कोस्टा रिका और मलेशिया भी उन देशों की सूची में शामिल हैं जहां लोग सबसे ज्यादा मुस्कुराते हैं। हालांकि जब बात खुशी यानी हैप्पीनेस इंडैक्स की आती है तो तस्वीर अलग दिखती है। रिपोर्ट बताती है कि फिनलैंड, डेनमार्क और आइसलैंड जैसे नॉर्डिक देश सबसे खुशहाल देशों की सूची में शीर्ष पर हैं। लेकिन जो देश सबसे ज्यादा मुस्कुराते दिखते हैं वे अधिकतर लैटिन अमेरिकी और दक्षिण-पूर्व एशियाई समाज हैं। इंडोनेशिया और पराग्वे को तो सबसे ज्यादा मुस्कुराने वाले देशों का दर्जा दिया गया है। इन देशों के लोगों के मुस्कुराने की वजह उनकी सांस्कृतिक और सामाजिक परंपराओं में छिपी है। यहां लोगों को बचपन से यह सिखाया जाता है कि किसी से भी मिलें तो मुस्कुरा कर मिलें। परिवार और समाज का ढांचा अधिक सामूहिक है। लोग एक-दूसरे की मदद करने, दोस्ताना व्यवहार करने और सकारात्मकता फैलाने पर जोर देते हैं। अतिथि सत्कार और मिलनसारिता उनकी जीवनशैली का अहम हिस्सा है। यही कारण है कि आर्थिक चुनौतियों और कठिनाइयों से जूझने के बावजूद इन देशों के लोग छोटी-छोटी बातों में आनंद खोज लेते हैं और हर हाल में मुस्कुराना नहीं भूलते। इंडोनेशिया और वियतनाम जैसे देशों में धार्मिक और पारिवारिक वातावरण लोगों को मानसिक रूप से संतुलित रखता है। सामाजिक रिश्तों की गर्माहट और मिलनसार रहन-सहन लोगों के चेहरे पर सहज मुस्कान बिखेर देता है। यही वजह है कि इन देशों में मुस्कुराना रोज़मर्रा की आदत बन चुका है। वैज्ञानिक दृष्टि से भी मुस्कुराने के कई फायदे हैं। रिसर्च बताती है कि सुबह उठकर या दिन के दौरान मुस्कुराने से दिमाग में डोपामिन, एंडोर्फिन और सेरोटोनिन जैसे फील-गुड न्यूरोट्रांसमीटर रिलीज होते हैं, जिससे तनाव कम होता है और मूड बेहतर हो जाता है। यहां तक कि अगर मुस्कान जबरन भी हो तो शरीर पर इसका सकारात्मक असर पड़ता है। दिल की धड़कन और ब्लड प्रेशर कम होता है, जिससे हार्टअटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा घटता है। अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि जो लोग जीवनभर मुस्कुराते रहते हैं वे औसतन 7 से 10 साल तक अधिक जीते हैं। उनकी सामाजिक सक्रियता, रिश्तों की मजबूती और सकारात्मक सोच उन्हें लंबा और स्वस्थ जीवन देती है। मुस्कुराने से न केवल तनाव कम होता है बल्कि यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है। इस प्रकार मुस्कुराहट केवल चेहरे का भाव नहीं, बल्कि यह जीवनशैली है जो सेहत, रिश्तों और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाती है। सुदामा/ईएमएस 23 सितंबर 2025