बिहार में बूथ पर 1200 से ज्यादा मतदाता नहीं होंगे, 100 फीसदी होगी वेब कास्टिंग पटना,(ईएमएस)। बिहार चुनाव की तैयारियों की समीक्षा को लेकर चुनाव आयोग की टीम पटना दौरे पर है। रविवार को सीईसी ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी गई। उन्होने बताया कि किसी भी बूथ पर 1200 से ज्यादा मतदाता नहीं होंगे। 100 फीसदी वेब कास्टिंग होगी। ज्ञानेश ने कहा कि बिहार में 243 विधानसभा क्षेत्र है। विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को खत्म हो रहा है। उसके पहले चुनाव होना है। चुनाव आयोग की टीम दो दिन बिहार में रहेगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबित दौरे के पहले दिन चुनाव आयोग ने सबसे पहले बिहार के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ बैठक की। उनकी मांगे और सुझाव लिए। सीईसी ने बताया कि पहली बार बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) की ट्रेनिंग दिल्ली में हुई है। बूथ लेवल ऑफिसर के लिए भी फोटो आईडी कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा पोलिंग बूथ के कमरे के बाहर मोबाइल जमा कर वोट डालने की सुविधा होगी। सभी 90 हजार पोलिंग बूथ पर ये सुविधा दी जाएगी। मतदाताओं को दी जाने वाली वोटर स्लिप बूथ की संख्या बड़े अक्षरों में दर्ज की जाएगी, जिससे बूथ ढूंढना आसान होगा। चुनाव आयोग 17 नए प्रयोग बिहार चुनाव में करने जा रही है। आगे यह पूरे देश में लागू किए जाएंगे। ईवीएम पर प्रत्याशियों की रंगीन फोटो होगी। वोटर आईडी कार्ड में वोटर आईडी नंबर बड़ा होगा। ईवीएम की काउंटिंग में कोई भी गलती होगी तो सभी वीवीपेट की गिनती होगी। इसके अलावा बैलेट वोट की भी गिनती अनिवार्य होगी। आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि हाल ही में बिहार में मतदाता सूची शुद्धिकरण का काम हुआ और हमारे सामने मौजूद बूथ लेवल अधिकारियों ने न सिर्फ अपने बूथों पर मतदाता सूची शुद्धिकरण का काम किया, बल्कि बिहार के 90,217 बूथ लेवल अधिकारियों ने ऐसा काम किया जो पूरे देश में सराहनीय है। सिराज/ईएमएस 05अक्टूबर25