चंडीगढ़,(ईएमएस)। हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के बाद देशभर में उठे आक्रोश के बीच कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंचे और दिवंगत अधिकारी के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने परिवार को सांत्वना दी और मामले की निष्पक्ष जांच व जिम्मेदार अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग की। परिजनों से मिलने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, यह सिर्फ एक परिवार का मामला नहीं है, यह देश के करोड़ों दलितों के आत्मसम्मान का सवाल है। वाई. पूरन कुमार एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थे, लेकिन उन्हें जातिगत भेदभाव और अपमान का सामना करना पड़ा। उन्हें हतोत्साहित करने और उनके करियर को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई। यह दिखाता है कि अगर कोई दलित सफल भी हो जाए, तो उसे कुचलने की मानसिकता आज भी मौजूद है। राहुल गांधी ने आगे कहा, मैं प्रधानमंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि उन्होंने इस परिवार से जो वादे किए हैं, उन्हें तुरंत पूरा करें। जिम्मेदार अधिकारियों को गिरफ्तार किया जाए और परिवार को न्याय मिले। यहां राहुल गांधी ने इस घटना को दलित समाज के प्रति अन्याय का प्रतीक बताया और कहा कि भाजपा शासन में दलित समुदाय के खिलाफ अत्याचार बढ़े हैं। उन्होंने कहा, देश में दलितों को लगातार गलत संदेश दिया जा रहा है कि वे चाहे कितने भी ऊंचे पद पर पहुंच जाएं, फिर भी भेदभाव का शिकार हो सकते हैं। उन्होंने कहा, पहले रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि जी की हत्या, इसके बाद मुख्य न्यायाधीश का अपमान, और अब एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी द्वारा आत्महत्या यह साबित करती है कि भाजपा-राज दलितों के लिए अभिशाप बन गया है। फिर चाहे भले ही कोई आम नागरिक हो या ऊंचे पद पर हो, यदि वह दलित समाज से है तो अन्याय और अमानवीयता उसका पीछा नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि जब ऊंचे पद पर रहने वाले दलितों का यह हाल है तो सोचिए आम दलित समाज का व्यक्ति किन हालात में जी रहा होगा। हिदायत/ईएमएस 14अक्टूबर25