लुधियाना (ईएमएस)। पंजाब के ऑटो कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की तैयारी शुरु हो चुकी है। उत्तर भारत को प्रमुख कोराबारी केंद्र बनाकर उभर रहा पंजाब अब तेजी से भारत का नया ऑटो कंपोनेंट मैन्युफैक्चरिंग हब बन रहा है, जिसका कारण मजबूत सरकारी नीतियां, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और इनोवेशन पर फोकस है। इकी कड़ी में पंताब के मंडी गोबिंदगढ़ में बीएमडब्ल्यू पार्ट्स मैन्युफैक्चरिंग प्लांट अगले महीने से शुरू होगा। इस प्लांट में करीब 150 करोड़ का निवेश हुआ है और यह हर साल 2.5 मिलियन यूनिट पार्ट्स बनाएगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान के ओएसडी अमनजोत सिंह के अनुसार, निवेशकों के लिए रियल सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है, जिससे अप्रूवल और परमिट समय पर मिल रहे हैं। औद्योगिक शांति, स्किल डेवलपमेंट, एक्सपोर्ट ग्रोथ और नई इंडस्ट्रियल पॉलिसी के तहत बनी सेक्टर-स्पेसिफिक कमेटियां उद्योगों को आकर्षित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब वर्तमान में भारत की कुल ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री का 7 प्रतिशत उत्पादन करता है। 2025 तक ऑटो सेक्टर में 15,000 से 20,000 करोड़ के नए निवेश की संभावना है। राज्य की कंपनियां अब इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) पार्ट्स, स्मार्ट ट्रांसमिशन सिस्टम और ग्रीन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी काम कर रही हैं। स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रमों से इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग और मैनेजमेंट क्षेत्रों में हजारों युवाओं को रोजगार मिल रहा है। बीएमडब्ल्यू जैसे वैश्विक निवेश से यह सिद्ध होता है कि पंजाब अब केवल कृषि प्रधान राज्य नहीं, बल्कि भारत का उभरता इंडस्ट्रियल पावरहाउस बन चुका है। युवाओं के लिए खुल रहे रोजगार के नए अवसर पंजाब में औद्योगिक क्रांति के साथ-साथ स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अनगिनत अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। ऑटो कंपोनेंट इंडस्ट्री में इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग, क्वालिटी कंट्रोल, लॉजिस्टिक्स और मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में नौकरियां मिल रही हैं। राज्य सरकार युवाओं को इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार प्रशिक्षण देने के लिए विशेष स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम चला रही है, जिससे वे आसानी से उच्च गुणवत्ता वाली नौकरियां प्राप्त कर सकें। आशीष/ईएमएस 15 अक्टूबर 2025