तेलअवीव,(ईएमएस)। गाजा में युद्धविराम ने दो सालों से चली आ रही हिंसा को तो रोक दिया लेकिन यह समझौता नाजुक साबित हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से बने इस समझौते में मानवीय सहायता बढ़ाने और रफा सीमा को फिर से खोलने के प्रावधान थे। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर उल्लंघन के आरोप लगा रहे हैं। आरोप है कि 19 अक्टूबर को हमास ने रफा में इजराइली सैनिकों पर हमला किया, जिसमें दो इजराइली सैनिक मारे गए। इसके जवाब में इजराइल ने गाजा पर हवाई हमले किए, जिनमें कम से कम 26 आम नागरिक मारे गए। मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। उधर, इजराइल ने दक्षिणी लेबनान पर हमलों की धार तेज कर दी है। लेबनान के साथ नवंबर 2024 का युद्धविराम अब करीब एक साल पुराना हो चुका है, फिर भी इजराइल रोज हमले कर रहा है। इजराइल का कहना है कि ये हिजबुल्लाह के ठिकानों को टारगेट करते हैं, जबकि लेबनान इन्हें युद्धविराम का खुला उल्लंघन बता रहा है। वहीं, एक्सपर्ट का अनुमान है कि गाजा में भी यही पैटर्न दोहराया जाएगा, यानी युद्धविराम के बावजूद छिटपुट लेकिन निरंतर हमले जारी रहेंगे। बता दें 11 अक्टूबर को एक निर्माण सामग्री व्यवसाय पर बम विस्फोट में एक सीरियाई नागरिक की मौत हो गई, सात लोग घायल हुए और लाखों डॉलर कीमत के बुलडोजर व खुदाई मशीनें नष्ट हो गईं। ऐसे हमले उन देशों के लिए चौंकाने वाले होते हैं जो युद्ध की लपटों से दूर हैं, लेकिन लेबनान में इजराइली हमले अब आम हो चुके हैं। अमेरिका की मध्यस्थता से करीब एक साल पहले इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच टकराव थमा था। कुछ विश्लेषक इसे गाजा युद्धविराम का संभावित रूप मानते हैं, जहां कम तीव्रता का लेकिन लंबा खिंचता संघर्ष बना रहे। बता दें रविवार को इजराइल ने गाजा पर हमला किया था, जब उसने दावा किया कि हमास ने उसके सैनिकों पर गोलीबारी की। लेबनान का यह अनुभव गाजा के लिए एक सबक बन सकता है, जो इजरायली सेना को पूर्ण युद्ध के बिना, संभावित खतरे पर हमला करने की छूट देता है। इजराइल-हिजबुल्लाह का हालिया संघर्ष 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के ठीक एक दिन बाद शुरु हुआथा, जिसने गाजा में युद्ध की आग लगाई। दक्षिणी लेबनान में सक्रिय इस प्रमुख उग्रवादी समूह ने हमास और फिलिस्तीनियों के समर्थन में इजराइल पर रॉकेट दागे। इजराइल का तर्क है कि इसका उद्देश्य बुरी तरह क्षतिग्रस्त संगठन को पुनर्गठित होने से रोकना है। लेबनानी अधिकारी इसे हिजबुल्लाह के निरस्त्रीकरण प्रयासों में बाधा बताते हैं, जो समूह को हथियार बनाए रखने का औजार देता है। लेबनान का आरोप है कि 11 अक्टूबर जैसे हमले अक्सर नागरिकों को नुकसान पहुंचाते हैं और हिजबुल्लाह से असंबंधित बुनियादी ढांचे को उजाड़ते हैं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक युद्धविराम के बाद इजराइली सैन्य कार्रवाइयों में 270 से ज्यादा लोग मारे गए और करीब 850 घायल हुए। यूनिफिल की प्रवक्ता कैंडिस अर्दील ने बताया कि 27 नवंबर 2024 से मध्य अक्टूबर तक, लेबनान में इजराइल ने करीब 950 प्रोजेक्टाइल दागे और 100 हवाई हमले किए। इस अवधि में लेबनान से इजराइल की ओर केवल 21 प्रोजेक्टाइल लॉन्च हुए। युद्धविराम के बाद हिजबुल्लाह ने महज एक हमले का दावा किया है। लेबनान के राष्ट्रपति जोसेफ औन ने इन हमलों को नागरिक सुविधाओं पर क्रूर प्रहार बताया। संसद अध्यक्ष नबीह बेरी ने इजराइल पर समुदायों के पुनर्निर्माण में बाधा डालने का आरोप लगाया है। लेबनान ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शिकायत दर्ज कराई है। सिराज/ईएमएस 21अक्टूबर25