भोपाल (ईएमएस)। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने बुधवार को भोपाल स्थित अपने निवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संकेत दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी इच्छा है कि वे 2029 का लोकसभा चुनाव झांसी से लड़ें। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि अंतिम निर्णय पार्टी नेतृत्व पर निर्भर करेगा और यदि पार्टी चाहती है तो वे इस चुनाव में जरूर भाग लेंगी। उमा भारती ने कहा कि झांसी उनकी जन्मभूमि के निकट है और वह इस क्षेत्र में विकास के कई कार्य करना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि उनके लिए यह केवल चुनाव लड़ने का मामला नहीं है, बल्कि एक सांस्कृतिक और विकासात्मक जिम्मेदारी है। -गौसेवा और गंगा संरक्षण पर दिया जोर प्रेस वार्ता के दौरान उमा भारती ने गौसेवा और गंगा संरक्षण को भी अपनी प्राथमिकताओं में शामिल बताया। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में गौ और गंगा की अहम भूमिका है। उन्होंने सुझाव दिया कि किसानों के पास पर्याप्त गौचर भूमि होनी चाहिए, जिससे गौ संवर्धन को बढ़ावा मिले। उन्होंने राज्य सरकार से अपील की कि ‘लाड़ली बहना’ योजना समेत अन्य सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को गौशालाओं की देखभाल की जिम्मेदारी दी जाए। इससे एक ओर जहां गौसेवा को बल मिलेगा, वहीं दूसरी ओर स्वावलंबन और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। आगामी कार्यक्रमों की जानकारी उमा भारती ने अपने आगामी कार्यक्रमों की भी जानकारी साझा की: 29 अक्टूबर को भोपाल में गोपाष्टमी के अवसर पर एक विशेष आयोजन होगा, जिसमें किसान और समाजसेवी भाग लेंगे। 04 नवंबर को प्रयागराज में गंगा निर्मल अभियान का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने देशवासियों से अपील की कि वे इस अभियान में भाग लें और गंगा के दोनों किनारों की सफाई में सहयोग करें। -सड़क पर गायों की सुरक्षा के लिए फेंसिंग का सुझाव सड़कों पर बेसहारा गायों की बढ़ती संख्या और दुर्घटनाओं के बढ़ते खतरे को लेकर उमा भारती ने सरकार से आग्रह किया कि सड़कों के दोनों किनारों पर फेंसिंग की व्यवस्था की जाए, जिससे गायों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। -राजनीति से आगे, समाज और संस्कृति की चिंता पूर्व मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल राजनीतिक भागीदारी नहीं है, बल्कि वे पर्यावरण, संस्कृति और समाज सेवा से भी गहराई से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि गौसेवा और गंगा संरक्षण जैसे मुद्दों के माध्यम से वे समाज में जागरूकता फैलाने का प्रयास कर रही हैं।