बीजिंग,(ईएमएस)। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग जब से सत्ता में आए हैं तब से अपनी इमेज एक ऐसे राष्ट्रपति के तौर पर स्थापित करने में लगे हैं, जिसे भ्रष्टाचार से सख्त नफरत है। इस वजह से वह एक के बाद एक नौ अधिकारियों को सिस्टम से बाहर कर चुके हैं। अब उन्होंने एक बार फिर से चीन की सेना में फेरबदल किया है। इस बार केंद्रीय सैन्य आयोग का उपाध्यक्ष बनकर सामने आए हैं झांग शेंगमिन। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी में भ्रष्टाचार विरोधी अभियानों की निगरानी कर रहे झांग अब चीन की सत्ता में तीसरे सबसे ताकतवर पद पर बैठा दिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक झांग का जन्म फरवरी 1958 में चीन के शानक्सी में हुआ था। इसी जगह से राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी आते हैं। झांग के परिवार का इतिहास भी काफी दिलचस्प है। उनके पिता ने चीनी गृहयुद्ध में जिनपिंग के पिता के साथ काम किया था। झांग ने खुद साल 1978 में चीन की आर्मी ज्वाइन की थी, वह ‘शानक्सी गैंग’ का हिस्सा हैं। ये गैंग पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का एक ग्रुप है। खुद जिनपिंग इस ग्रुप के साथ काफी क्लोज हैं। बता दें झांग 2017 में सीएमसी में शामिल होने के बाद से इसकी भ्रष्टाचार विरोधी शाखा के उप सचिव और इसके शीर्ष भ्रष्टाचार जांचकर्ता रहे हैं। उन्हें पीएलए के अंदर जनरल के पद पर पदोन्नत किया था। झांग सीएमसी के अनुशासन निरीक्षण आयोग के सचिव भी हैं, इस पद पर रहकर वह सशस्त्र बलों के अंदर व्यवस्था बनाए रखने और पार्टी के प्रति वफादारी सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संभालते थे। झांग एक मिसाइल बेस और एक कमांड कॉलेज के राजनीतिक कमिश्नर के तौर पर काम कर चुके हैं। झांग ने चीन की दूसरी आर्टिलरी फोर्स में राजनीतिक विभाग के निदेशक के रूप में काम किया है, जिसे अब पीएलए रॉकेट फोर्स के बन चुका है। उन्हें युद्ध का कोई अनुभव नहीं है लेकिन दावा किया जाता है कि वो शी के प्रति वफादारी रखते हैं। सिराज/ईएमएस 24अक्टूबर25 -------------------------------------