* मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मेहसाणा के गोझारिया में आयोजित शतचंडी महायज्ञ में शामिल हुए मेहसाणा (ईएमएस)| गुजरात भर में विक्रम संवत 2082 के नववर्ष का उत्सव हर्षोल्लास से मनाने के बाद के दिनों में, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मेहसाणा जिले के गोझारिया में श्री उमिया माताजी मंदिर ट्रस्ट और समस्त पाटीदार समाज की ओर से आयोजित शतचंडी महायज्ञ के पावन अवसर पर सहभागी हुए। उन्होंने सभी को नूतन वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदैव यह कहते हैं कि, ‘विकास करना है, लेकिन विरासत का संरक्षण करते हुए’ और उनका यह मंत्र ही विकसित भारत के निर्माण का सच्चा मार्ग है। मुख्यमंत्री ने यज्ञों के महत्व पर बल देते हुए कहा कि अगर धर्म के साथ विज्ञान होगा, तभी हम निर्धारित मुकाम या मंजिल तक पहुंच सकते हैं। उन्होंने गोझारिया गांव की खासियत की सराहना करते हुए कहा कि इस गांव में अपने काम को निर्विघ्न संपन्न करने की क्षमता तो है ही, साथ ही दूसरों के काम को भी पूरा करने की ताकत है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राम मंदिर के निर्माण के बाद देश में व्याप्त नई ऊर्जा के संदर्भ में राष्ट्र निर्माण में गुजरात की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिया गया ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य ‘विकसित गुजरात’ के जरिए ही संभव होगा। मुख्यमंत्री ने विकसित गुजरात के लिए हर गांव को विकसित बनाने और अंतिम छोर के प्रत्येक व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा में शामिल करने के सरकार के सार्थक प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। राज्य के आर्थिक विकास की गति को और तेज करने के लिए गुजरात सरकार द्वारा शुरू की गई पहलों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने जोनवार वाइब्रेंट कॉन्फ्रेंस की शुरुआत की हैं। इस शृंखला के अंतर्गत पहली कॉन्फ्रेंस हाल ही में उत्तर गुजरात में आयोजित की गई थी। मुख्यमंत्री ने इस बात पर हर्ष व्यक्त किया कि इस कॉन्फ्रेंस के परिणामस्वरूप तीन लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश हुआ और 1200 से अधिक समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। उन्होंने उमिया माता से प्रार्थना की कि नववर्ष में गोझारिया गांव नए संकल्प ले और वे सभी संकल्प परिपूर्ण हों। इस अवसर पर मेहसाणा के सांसद हरिभाई पटेल ने कहा कि हम देश के किसी भी कोने में क्यों न रहें, हमारी धार्मिक प्रवृत्ति बनी रहनी चाहिए। इससे नई पीढ़ी में धार्मिक संस्कारों का सिंचन होता है। उन्होंने विकास की व्याख्या का विस्तार करते हुए कहा कि इसमें केवल सड़क आदि ही नहीं, बल्कि धार्मिकता और संस्कार भी शामिल हैं। राज्य सभा सांसद मयंक नायक ने टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के इस युग में आने वाली पीढ़ी को सनातन धर्म की दिशा में मोड़ने के लिए शतचंडी महायज्ञ का आयोजन करने के लिए आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने एक सांसद के रूप में गांव के विकास के लिए सदैव उपलब्ध रहने और गोझारिया गांव विकास की दौड़ में पीछे न रह जाए, इसके लिए संकल्पबद्ध होने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस अवसर पर उमिया माता के दर्शन किए और महायज्ञ के लिए उदार हाथों से दान देने वाले दानदाताओं को सम्मानित भी किया। शतचंडी महायज्ञ के इस धार्मिक और भव्य कार्यक्रम में मेहसाणा के विधायक मुकेश पटेल, मेहसाणा डिस्ट्रिक्ट बैंक के चेयरमैन विनोद पटेल, मेहसाणा के कलेक्टर एस.के. प्रजापति, उमिया माताजी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष सहित पाटीदार समाज के अग्रणी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। सतीश/26 अक्टूबर