क्षेत्रीय
28-Oct-2025
...


बीजापुर(ईएमएस)। नक्सली हिंसा से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए कांग्रेस विधायक विक्रम शाह मंडावी ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर मांग की है कि नक्सलियों द्वारा की गई हत्याओं के मामलों में एफआईआर को मुआवजा और सरकारी सहायता का एकमात्र आधार न बनाया जाए। विधायक मंडावी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के कई ग्रामीण भय और धमकियों के कारण पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं करा पाते, जिससे उनके परिवारों को सरकारी सहायता और नौकरी से वंचित रहना पड़ता है। उन्होंने सुझाव दिया है कि ऐसे मामलों में ग्राम प्रमुख, सरपंच या पटवारी की संस्तुति के आधार पर पीड़ित परिवारों को मुआवजा और नौकरी देने की व्यवस्था की जाए। मंडावी ने कहा कि बीजापुर जिले के अंदरूनी इलाकों में नक्सली आए दिन मुखबिरी के शक में आदिवासी ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं। पिछले दो महीनों में उसूर ब्लॉक के उड़तामल्ला, मारूढ़बाका, कमलापुर और पाउरगुड़ा में पाँच ग्रामीणों की, जबकि नेलाकांकेर में दो ग्रामीणों की हत्या की घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि “नक्सलियों के डर से परिजन पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराते, जिसके चलते वे सरकारी योजनाओं और राहत राशि से वंचित रह जाते हैं।” विधायक मंडावी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि ऐसे पीड़ित परिवारों को स्वतः पीड़ित मानते हुए उन्हें मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए, ताकि शासन की संवेदनशीलता वास्तव में जरूरतमंदों तक पहुंच सके। सत्यप्रकाश(ईएमएस)28 अक्टूबर 2025