 
                            नई दिल्ली (ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आसियान शिखर सम्मेलन में नहीं जाने का कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बताया जा रहा हैं। कहा जा रहा है कि पीएम मोदी के मलेशिया नहीं जाने की वजह ट्रंप के साथ पाकिस्तान के मुद्दे पर संभावित चर्चा थी। हालांकि, पीएम मोदी के नहीं जाने पर भारत सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। खास बात है कि यह सम्मेलन तब हो रहा था, जब टैरिफ के मुद्दे पर भारत और अमेरिका के रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, मामले के जानकार बताते हैं कि अधिकारियों की आशंका थी कि ट्रंप भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का दावा फिर दोहरा सकते थे। इधर, भारत साफ कर चुका है कि पाकिस्तान के डीजीएमओ के अनुरोध के बाद दोनों पक्षों ने संघर्ष विराम का फैसला लिया था। रिपोर्ट के अनुसार, जानकार बताते हैं कि पीएम मोदी मलेशिया में ट्रंप से मुलाकात का जोखिम नहीं उठाना चाहते थे। जानकारों ने बताया कि बिहार में पीएम मोदी भारतीय जनता पार्टी का प्रमुख चेहरा हैं और अगर ट्रंप खासतौर से लेकर पाकिस्तान को लेकर कोई बयान दे देते, तब पीएम के विरोधी इसका इस्तेमाल चुनाव में कर सकते थे। साल 2014 में सरकार बनाने के बाद से ही पीएम मोदी साल 2022 को छोड़कर सभी बैठकों में शामिल हुए हैं। कोविड के कारण 2020 और 2021 में शिखर सम्मेलन वर्चुअल तरीके से आयोजित हुए थे। मंगलवार को ही ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान में सीजफायर में अपनी भूमिका की बात फिर कही थी। उन्होंने कहा था, मैंने पीएम मोदी से कहा था और मैंने बहुत अच्छे आदमी और बहुत बढ़िया व्यक्ति प्रधानमंत्री और पाकिस्तान में फील्ड मार्शल से कहा था कि देखिए अगर आप लड़ते हैं, हम आपके साथ कोई व्यापार नहीं कर सकते । आशीष/ईएमएस 30 अक्टूबर 2025