भारत-चीन सीमा पर भारी बर्फबारी सिक्किम में रेड अलर्ट, बिहार में चुनावी सभाएं रद्द नई दिल्ली,(ईएमएस)। भारत-चीन सीमा से सटे इलाकों में शुक्रवार को भारी बर्फबारी हुई, जिससे सिक्किम में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई और कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पारा शून्य से नीचे पहुंच गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सिक्किम के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और अगले 24 घंटों में मौसम और बिगड़ने की चेतावनी दी है। वहीं ‘मोन्था’ तूफान से बिहार में जनजीवन प्रभावित हुआ, जबकि 30 चुनावी रैलियां रद्द करनी पड़ गईं। कई जिलों में भारी बारिश और जलजमाव की स्थिति निर्मित हो गई। नाथुला, कुपुप और त्सोम्गो (चांगू) झील समेत आसपास के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बर्फबारी दर्ज की गई है। बर्फ जमने से सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है, जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई। अधिकारियों ने पर्यटकों और ट्रांसपोर्टर्स को ऊंचाई वाले इलाकों की यात्रा से बचने की सलाह दी है। मेनव्हील, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की टीमें बर्फ हटाने का काम लगातार जारी रखे हुए हैं। चक्रवाती तूफान ‘मोन्था’ का असर चक्रवाती तूफान मोन्था के असर से देश के कई हिस्सों में अचानक मौसम बदल गया है। छत्तीसगढ़ में गुरुवार रात से लगातार तेज बारिश हो रही है। कई जिलों में निचले इलाकों में पानी भर गया है। वहीं, बारिश और तेज हवाओं के कारण ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं। रेलवे के अनुसार, कई ट्रेनें रूट बदलकर चलाई जा रही हैं और कुछ 29 घंटे तक देरी से चल रही हैं, जिससे केरल, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और दिल्ली के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश में फसलें बर्बाद उत्तर प्रदेश के कई जिलों, जिनमें वाराणसी, बलिया, मऊ, गाजीपुर और जौनपुर में भी बारिश और तेज हवाओं से धान की फसलें बर्बाद हो गई हैं। कई जगहों पर खेतों में पानी भर जाने से कटी हुई धान भी सड़ने लगी है। किसानों का कहना है कि बारिश ने पूरे सीजन की मेहनत पर पानी फेर दिया है। बिहार में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान ‘मोन्था’ का असर बिहार में भी दिख रहा है। यहां शुक्रवार को राज्य के कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने राजधानी पटना समेत 24 जिलों में भारी बारिश और तेज़ हवाओं का अलर्ट जारी किया है। छपरा में सड़कों पर 2 से 3 फीट तक पानी भर गया, जबकि बक्सर में निजी स्कूलों को बंद करना पड़ा। वहीं मुंगेर जिले के धरहरा प्रखंड को जोड़ने वाली भलार–लालखां दशरथपुर मुख्य सड़क पर बनी पुलिया बारिश के दबाव से धंस गई, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। चुनाव प्रचार पर भी असर ‘मोन्था’ तूफान ने बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार को भी प्रभावित किया है। खराब मौसम के कारण लगभग 30 रैलियां रद्द करनी पड़ी हैं। नीतीश कुमार की 2 सभाएं रद्द हुईं। तेजस्वी यादव की खगड़िया में 3 और चिराग पासवान की 2 रैलियां रद्द हुईं। मांझी, रूडी और रामनाथ ठाकुर की सभाएं औरंगाबाद व भोजपुर में रद्द करनी पड़ीं। मनोज तिवारी ने खगड़िया में छाता लेकर रोड शो किया, जबकि दरभंगा की सभा रद्द करनी पड़ी। इमरान प्रतापगढ़ी का गया में कार्यक्रम और पप्पू यादव की किशनगंज, कटिहार व पूर्णिया की सभाएं भी रद्द हुई हैं। नित्यानंद राय की राघोपुर सभा भी खराब मौसम की वजह से कैंसिल की गई। अगले तीन दिन तक अलर्ट मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटे में 65 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। विभाग ने 2 नवंबर तक भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है। इसके बाद मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन रात के तापमान में गिरावट से ठंड बढ़ने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे आवश्यक कार्यों के अलावा घर से बाहर न निकलें और बिजली गिरने या पेड़ गिरने के जोखिम वाले इलाकों से दूर रहें। बंगाल में भी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण जिलों में भी अगले 24 घंटे में मध्यम बारिश की संभावना जताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि तूफान मोन्था के कमजोर पड़ने के बाद भी उसके बादल उत्तर-पूर्वी भारत की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे सिक्किम, असम और अरुणाचल प्रदेश में अगले दो दिन तक भारी वर्षा की स्थिति बनी रह सकती है। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम की ताजा जानकारी पर नजर रखें। हिदायत/ईएमएस 31अक्टूबर25