क्षेत्रीय
31-Oct-2025


सीतापुर (ईएमएस)। भारत में गोबर गैस एवं नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में ऐतिहासिक योगदान देने वाले प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ. राम बक्स सिंह से संबंधित दुर्लभ पुस्तकों, ऐतिहासिक दस्तावेजों और छवियों का आज राजकीय जिला पुस्तकालय, सीतापुर (G.I.C. परिसर) में औपचारिक हस्तांतरण किया गया। यह आयोजन डॉ. सिंह के जन्मशताब्दी वर्ष 2025 के क्रम में आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य सीतापुर के विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं व आम नागरिकों को उनके जीवन, कार्य और योगदान से परिचित कराना है। इस अवसर पर डॉ. सिंह के पुत्र श्री राजेन्द्र सिंह एवं परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित रहे, जिन्होंने पुस्तकालय के ग्रंथपाल अनुराग कुमार पाण्डेय को डॉ. राम बक्स सिंह द्वारा रचित और संकलित शोध पुस्तकें, फोटो फ्रेम्स जिनमें भारत और अमेरिका में प्रथम गोबर गैस संयंत्रों की ऐतिहासिक तस्वीरें, उपलब्धियों से संबंधित दस्तावेज औपचारिक रूप से सौंपीं गईं। चयनित पत्रावलियाँ एवं संदर्भ सामग्री कार्यक्रम में बोलते हुए श्री राजेन्द्र सिंह ने कहा कि सीतापुर मेरे पिता का जन्मस्थान रहा है, और यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि उनके योगदान को अब उनकी जन्मभूमि में संरक्षित और प्रचारित किया जा रहा है। पुस्तकालय में उनके द्वारा रचित पुस्तकों एवं ऐतिहासिक सामग्री को उपलब्ध कराना एक विनम्र श्रद्धांजलि है। उन्होंने बताया कि डॉ. राम बक्स सिंह के मूल अभिलेख, रिपोर्ट, दुर्लभ फोटोग्राफ्स और ऐतिहासिक दस्तावेजों को पहले ही 26 सितम्बर 2023 को राष्ट्रीय अभिलेखागार (National Archives of India, नई दिल्ली) को औपचारिक रूप से हस्तांतरित किया जा चुका है। उनकी चार महत्वपूर्ण कृतियों को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन कोलकाता स्थित “National Library of India” में भी स्थायी रूप से संरक्षित किया गया है। ये कृतियाँ अब राष्ट्रीय स्तर पर शोधार्थियों एवं पाठकों के अध्ययन हेतु उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, भारत सरकार, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के दूरदर्शन राष्ट्रीय (Doordarshan National) द्वारा “DD Morning Show” में डॉ. सिंह की वैज्ञानिक उपलब्धियों और योगदान पर एक विशेष श्रद्धांजलि कार्यक्रम प्रसारित किया गया, जिसमें उनके कार्यों और विरासत को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया। भारत सरकार, डाक विभाग द्वारा भी डॉ. सिंह की जन्मशताब्दी (2025) के उपलक्ष्य में एक स्मारक डाक टिकट (Commemorative Postage Stamp) जारी करने की आधिकारिक घोषणा की जा चुकी है। पुस्तकालय के ग्रंथपाल श्री अनुराग कुमार पाण्डेय ने आश्वासन दिया कि यह सामग्री शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों के लिए खुले रूप में उपलब्ध कराई जाएगी और जन्मशताब्दी अवसर पर विशेष आयोजन भी किया जाएगा।