वाराणसी (ईएमएस)। हमारे पौराणिक ग्रंथों में कार्तिक मास में गंगा स्नान और दीप दान का विशेष महत्व बताया गया है,इसी कारण से वर्तमान समय में वाराणसी के गंगा घाट बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं से गुलज़ार हो रहे है। इन सभी आगंतुकों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एनडीआरएफ वाराणसी के बचावकार्मिक दिन–रात इन घाटों पर तैनात रहते है और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया कर संकटग्रस्त जीवन की सुरक्षा करते है | आज पुनः ऐसी ही घटना देखने को मिली जब मीर घाट पर गंगा के पवित्र जल में स्नान कर रहें 85 वर्षीय वृद्ध श्रद्धालु जो की मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले से आए थे, गंगा के लहरों में बह गए और डूबने लगे। उसी समय गंगा नदी में गस्त लगा रहे एनडीआरएफ बचाव कार्मिकों ने डूब रहे वृद्ध को अपने जीवन की सुरक्षा हेतु संघर्ष करते हुए देखा और उनके जीवन को संकट में देख, तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए अपनी नावों को उनके पास ले गए और उन्हें सुरक्षित बाहर निकल कर मीर घाट पर पहुंचाया | एनडीआरएफ बचाव कार्मिकों द्वारा किए गए इस त्वरित और दक्षतापूर्ण बचाव कार्य को मीर घाट तथा अन्य घाटों पर उपस्थित सभी लोगों ने देखा और इसकी सराहना की | ईएमएस/मोहने/ 04 नवंबर 2025