नर्मदापुरम (ईएमएस)। मध्य प्रदेश के होमगार्ड सैनिकों की सेवानिवृत्ति आयु सीमा 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष करने की मांग को लेकर पिपरिया के पूर्व विधायक हरिशंकर जायसवाल ने प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व को पत्र भेजा है। श्री जायसवाल ने यह मांग राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री मोहन यादव, उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ला व जगदीश देवड़ा, मुख्य सचिव अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव चन्द्रशेखर बालिम्बे, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव शिवशेखर शुक्ला और म.प्र. होमगार्ड की महानिदेशक प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव से की है। अपने पत्र में श्री जायसवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश के होमगार्ड सैनिक राज्य की सुरक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन वर्तमान में उनकी सेवानिवृत्ति आयु 60 वर्ष निर्धारित है। उन्होंने आग्रह किया कि इसे 13 जून 2025 से प्रभावी करते हुए 62 वर्ष तक बढ़ाया जाए, जिससे अनुभवी जवानों की सेवाओं का लाभ राज्य को और अधिक समय तक मिल सके। पूर्व विधायक ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि प्रदेश सरकार ने 31 मार्च 2018 के शासकीय सेवक (अधिवार्षिकी आयु) संशोधन अध्यादेश के माध्यम से तृतीय श्रेणी और समकक्ष पदों पर कार्यरत कर्मचारियों की अधिकतम सेवा आयु 60 से बढ़ाकर 62 वर्ष कर दी थी। ऐसे में होमगार्ड सैनिकों के साथ समानता के आधार पर उन्हें भी यह लाभ दिया जाना न्यायसंगत होगा। पूर्व जिला कार्यालय मंत्री सुधीर तिवारी ने बताया कि यदि सरकार यह निर्णय लेती है, तो इससे प्रदेश के हजारों होमगार्ड जवानों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार होगा। वे अधिक अनुभव और निष्ठा के साथ अपनी सेवाएं जारी रख सकेंगे। पूर्व विधायक जायसवाल ने आशा व्यक्त की है कि राज्य सरकार उनकी इस जनहितैषी मांग पर गंभीरता से विचार कर शीघ्र निर्णय लेगी, जिससे होमगार्ड विभाग को मजबूती मिलेगी और जवानों को सम्मानजनक अवसर प्राप्त होगा।