एसआईआर का उद्देश्य हैं शुद्ध मतदाता सूची तैयार करना एसआईआर की कार्यवाही में मतदाताओं को कोई परेशानी न हो भारत निर्वाचन आयोग की निदेशक ने की राजधानी में एसआईआर की तैयारियों एवं कार्यवाही की समीक्षा भोपाल (ईएमएस)। भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली की निदेशक सुश्री शुभ्रा सक्सेना ने गुरुवार को भोपाल कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में बैठक आयोजित कर मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की तैयारियों और प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध और त्रुटिरहित रखने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निदेशक सुश्री सक्सेना ने कहा कि भोपाल जिले को एसआईआर में उत्कृष्ट कार्य कर देश में मॉडल प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने कहा कि राजधानी से तैयार किया गया एसआईआर मॉडल पूरे प्रदेश के लिए अनुकरणीय हो, इसके लिए सभी ईआरओ और बीएलओ मैदानी स्तर पर पूरी गंभीरता से कार्य करें। बीएलओ एप पर मैपिंग कम होने पर उन्होंने नाराजगी जताई और बीएलओ से ऑनलाइन डेटा एप पर शीघ्र अपलोड करने के निर्देश दिए। साथ ही कलेक्टर एवं नगर निगम आयुक्त को शहरी क्षेत्र में बीएलओ के साथ संयुक्त रूप से एसआईआर का कार्य करने और नगर निगम कार्यालय में हेल्प डेस्क को और सशक्त बनाने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि भोपाल जिले में सभी एसडीएम कार्यालय एसआईआर कार्य कर रहे हैं। बैठक के दौरान निदेशक सुश्री सक्सेना ने हुजूर विधानसभा क्रमांक 155 के बीएलओ श्री ब्रजेश शर्मा द्वारा एक ही दिन में 76 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग करने पर प्रशंसा व्यक्त की। श्री शर्मा ने अपने बूथ पर आईटी एक्सपर्ट वॉलिंटियर्स की सहायता से यह उपलब्धि हासिल की। निदेशक ने सभी ईआरओ को निर्देशित किया कि आगामी 7 दिनों में 2003 की मतदाता सूची से मिलान कर पात्र मतदाताओं की बीएलओ एप पर शत-प्रतिशत मैपिंग सुनिश्चित की जाए। भोपाल के स्लम क्षेत्रों में विशेष कैम्प आयोजित कर एसआईआर के कार्य को गति देने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में निदेशक सुश्री सक्सेना ने मैदानी स्तर पर कार्य कर रहे बीएलओ से वन-टू-वन चर्चा की और कहा कि एसआईआर की कार्यवाही के दौरान मतदाताओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि “कोई भी पात्र मतदाता छूटे नहीं और कोई अपात्र मतदाता सूची में शामिल न हो।” उन्होंने कहा कि एसआईआर का मुख्य उद्देश्य शुद्ध मतदाता सूची तैयार करना है, जो पूरी तरह पारदर्शिता के साथ हो। उन्होंने आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची को 2003 की सूची से लिंक करने और जिनका नाम उसमें नहीं है, उन्हें वंशावली के मतदाताओं से लिंक करने के निर्देश भी दिए। बीएलओ को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने तथा बीएलओ एप का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किए जाने पर भी जोर दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि सभी मतदाताओं को गणना फार्म समय पर वितरित किए जाएं। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि आयोग के निर्देशानुसार सभी ईआरओ, एईआरओ और बीएलओ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। एसआईआर के लिए पर्याप्त संख्या में अधिकारियों- कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है तथा बीएलओ के सहयोग के लिए अन्य कर्मचारियों की भी नियुक्ति की गई है। उन्होंने जानकारी दी कि जिले में 4 नवंबर से एसआईआर कार्ययोजना के अनुसार कार्य प्रारंभ हो चुका है और यह कार्य पूरी पारदर्शिता एवं तत्परता के साथ संपादित किया जा रहा है। बैठक में भारत निर्वाचन आयोग, नई दिल्ली के सचिव विनोद कुमार, राज्य निर्वाचन आयोग मध्यप्रदेश के संयुक्त निर्वाचन पदाधिकारी आर.पी.एस. जादौन, संजय श्रीवास्तव, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुश्री सुरभि तिवारी, आयुक्त नगर निगम सुश्री संस्कृति जैन, एडीएम सुमित कुमार पांडेय सहित सभी विधानसभा क्षेत्रों के एसडीएम, ईआरओ, एईआरओ तथा बीएलओ उपस्थित रहे।