राज्य
07-Nov-2025


7 महीने में 3 ट्रांसफर वाले जज भोपाल (ईएमएस)। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट से इलाहाबाद हाईकोर्ट में स्थानांतरित हुए न्यायमूर्ति अतुल श्रीधरन को गुरुवार के दिन हाईकोर्ट में भावभीनी विदाई दी गई। 7 महीने में उनका तीन बार ट्रांसफर हुआ। हाई कोर्ट के कोर्ट रूम नंबर एक में मुख्य न्यायाधीश की मौजूदगी में बिदाई समारोह आयोजित हुआ था। इसमें वह भावुक हो गए। न्यायमूर्ति श्रीधर ने कहा ट्रांसफर एक प्रक्रिया है। ब्रह्मांड में केवल एक चीज स्थाई है। वह अस्थिरता(बदलाव) है। उन्होंने राहत इंदौरी का शेर पढ़ा। कहा जो आज साहब ए मनसद हैं। कल नहीं होंगे, किराएदार हैं,जाति मकान थोड़ी है। यह कहकर उन्होंने अपनी वेदना भी प्रकट की, और वास्तविक स्थिति बताते हुए भावुक क्षणों मैं सभी की आंखों को नम करने का काम किया। उल्लेखनीय है न्यायमूर्ति श्री धरन ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना के अधिकारी कर्नल सोफिया के बारे में जो आपत्तिजनक बयान, कैबिनेट मंत्री विजय शाह द्वारा दिया गया था। उसका स्वयं संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था। उनके आदेश के खिलाफ इस मामले की अपील सुप्रीम कोर्ट में हुई। उसके बाद से यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। मंत्री जी पर अभी तक आपत्तिजनक अभियान पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हां जज साहब का जरूर ट्रांसफर कर दिया गया। वरिष्ठता क्रम में वह तीसरे नंबर पर थे। पहले उनका ट्रांसफर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट में किया गया था। बाद मे दबाव डालकर उनका ट्रांसफर इलाहाबाद हाईकोर्ट में कर दिया गया। वहां पर उनकी वरिष्ठता 7वें नंबर के जज की हो जाएगी। वरिष्ठता क्रम में पीछे चले जाने के कारण वह सुप्रीम कोर्ट नहीं जा पाएंगे। जो सजा भाग्य में लिखाकर आए थे, वह उन्हें मिल गई। एक जज के रूप में उनके द्वारा दिए गए फैसले की मध्य प्रदेश हाईकोर्ट सहित सुप्रीम कोर्ट में भी सराहना होती थी। उनके सभी फैसले मानवीय संवेदनाओं और कानूनी पहलुओं से परिपूर्ण होते थे। एसजे/ 7 नवम्बर/2025