राष्ट्रीय
08-Nov-2025
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अधिकारियों और कर्मचारियों को बाघों को पकड़ने के अभियान में लगाया बेंगलुरु,(ईएमएस)। अगर आप कर्नाटक टूर के दौरान नागरहोल और बांदीपुर वाइल्ड लाइफ रिजर्व घूमने का मन बना रहे हैं तो प्लान बदल लीजिए। बाघों के लगातार हमलों के कारण कर्नाटक सरकार ने इन दोनों टाइगर रिजर्व में टाइगर सफारी और ट्रैकिंग बंद कर दी गई है। वन मंत्री ईश्वर खंड्रे के मुताबिक कर्नाटक-तमिलनाडु सीमा पर स्थित इस घने जंगल में बाघों के लगातार हो रहे हमलों के चलते यह फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने में बाघ के हमले में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। किसानों ने मानव-वन्यजीव संघर्ष के लिए सफारी में वाहनों के शोरगुल को जिम्मेदार ठहराया था। मंत्री ने बताया कि अगले आदेश तक सफारी के साथ प्रभावित इलाकों में ट्रैकिंग पर पर भी रोक लगा दी है। बता दें शुक्रवार को चामराजनगर जिले के सरगूर तालुक के मोलेयूर क्षेत्र में स्थित हाले हेग्गोडिलू गांव के पास बाघ के हमले में 35 साल के ग्रामीण चौडैया नायक की मौत हो गई थी। इससे पहले भी मैसूर और चामराजनगर जिलों में दो लोग बाघ के हमले में मारे गए थे। मौत के बाद किसानों ने जंगल सफारी को हमलों के लिए जिम्मेदार बताया था। किसानों का गुस्सा देख फॉरेस्ट अधिकारियों ने उनके साथ बैठक की, जिसमें हमलावर बाघ को पकड़ने का फैसला किया गया। वन मंत्री ईश्वर खंड्रे ने बताया कि बांदीपुर और नागरहोल सफारी में तैनात सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बाघों को पकड़ने के अभियान में लगाया जाएगा। उन्होंने वन्यजीव विभाग के चीफ फॉरेस्ट कॉन्जर्वेटर और टाइगर प्रोजेक्ट डायरेक्टरों को मौके पर कैंप करने के निर्देश दिए। किसानों का कहना है कि सफारी के कारण होने वाले शोर और लोगों की आवाजाही से वन्यजीव परेशान हो रहे हैं और जंगल से बाहर निकल रहे हैं। इन चिंताओं को दूर करने यह कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। यह फैसला तब तक लागू रहेगा जब तक कि स्थिति सामान्य न हो जाए। सिराज/ईएमएस 08नवंबर25 ---------------------------------