मुंबई, (ईएमएस)। मुंबई के अंधेरी पूर्व रेलवे स्टेशन के पास पार्किंग में ठेकेदारों द्वारा की जा रही लूट अब खुलकर सामने आई है। पश्चिम रेलवे प्रशासन ने दो से तीन घंटे के लिए केवल 10 रुपये पार्किंग शुल्क तय किया है। लेकिन अब एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है कि ठेकेदार दोगुना से पांच गुना अधिक शुल्क वसूल रहे हैं। आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि दोपहिया वाहन चालकों से एक घंटे की पार्किंग के लिए 30 से 40 रुपये जबरन वसूले जा रहे हैं। इतना ही नहीं ठेका कर्मचारी अक्सर पार्किंग का चार्ज पूछने वाले नागरिकों से बहस करते हैं, धमकी देते हैं और दुर्व्यवहार करते हैं। आधिकारिक मूल्य सूची प्रदर्शित न करने, झूठी रसीदें लेने और यात्रियों पर दबाव बनाकर अतिरिक्त शुल्क वसूलने की व्यवस्था अवैध और अमानवीय हो गई है। वाहन चालक इस पर कड़ी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। पश्चिम रेलवे से ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और इस अवैध वसूली को तुरंत रोकने की जोरदार मांग की जा रही है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या रेल प्रशासन अंधेरी स्टेशन क्षेत्र में जनता को खुलेआम लूटने वाले इस पार्किंग ठेकेदार पर लगाम लगाएगा। जब इस जगह पर काम करने वाले कर्मचारियों से पूछा गया, तो उन्होंने दावा किया कि हम शुरुआत में 30 रुपये लेते हैं और जब वे गाड़ी ले जाते हैं तो उन्हें अतिरिक्त 20 रुपये लौटा देते हैं। लेकिन वास्तव में, उस स्थान पर 15 से 20 दोपहिया वाहन चालकों से पूछने पर उनका यही कहना है कि आज तक हमसे एक घंटे के 30 रुपये वसूले गए हैं। हमें ठेकेदार से फिर कभी 20 रुपये नहीं मिले हैं। इस वजह से यहां वाहन चालकों से बड़े पैमाने पर लूट का मामला सामने आया है। अंधेरी पूर्व स्टेशन क्षेत्र में हर दिन कम से कम 5000 दोपहिया वाहन चालक इस जगह पर अपने वाहन पार्क करते हैं, और अगर उनमें से प्रत्येक से 20 रुपये की लूट की जाती है, तो पार्किंग ठेकेदार द्वारा यहां औसतन 10 लाख रुपये लूटा जा रहा है। इसलिए वाहन मालिकों ने ये मांग की है कि रेलवे को ऐसे ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। स्वेता/संतोष झा- ०९ नवंबर/२०२५/ईएमएस