नई दिल्ली,(ईएमएस)। डिजिटल इंडिया को और आगे बढ़ाते हुए यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) ने सोमवार को आधार कार्ड का नया मोबाइल ऐप लॉन्च किया। यह ऐप अब यूजर्स को आधार कार्ड को फोन में सुरक्षित रखने और जरूरत पड़ने पर क्यूआर कोड स्कैन करके आधार डिटेल्स शेयर करने की सुविधा देगा। यानी अब आपको आधार की फिजिकल कॉपी साथ रखने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यूआईडीएआई के अनुसार, नए ऐप में एक ही फोन पर पांच परिवार सदस्यों तक के आधार प्रोफाइल स्टोर किए जा सकते हैं। इसके साथ ही यह ऐप ऑफलाइन मोड में भी काम करेगा, जिससे इंटरनेट न होने पर भी आधार देखा जा सकेगा। नए आधार ऐप में हैं ये मुख्य फीचर्स डिजिटल कैरी सुविधा: अब ई-आधार हमेशा फोन में रहेगा, पेपर कार्ड की जरूरत खत्म। फेस स्कैन से शेयरिंग: किसी संस्था को आधार शेयर करते समय फेस स्कैन की अनुमति देनी होगी, जिससे सुरक्षा सुनिश्चित रहे। सिक्योर लॉगिन: बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन से ऐप खुलेगा, जिससे डेटा सेफ रहेगा। मल्टी-लैंग्वेज सपोर्ट: ऐप हिंदी, अंग्रेज़ी सहित कई भाषाओं में उपलब्ध है। ऑफलाइन एक्सेस: इंटरनेट न होने पर भी आधार देखा जा सकता है। पुराने ऐप से क्या है फर्क? अब तक एमआधार ऐप का इस्तेमाल किया जाता था, जो केवल आधार डाउनलोड, अपडेट और पीवीसी कार्ड ऑर्डर करने तक सीमित था। नया ऐप इससे एक कदम आगे है— यह डिजिटल शेयरिंग और प्राइवेसी-केंद्रित डिज़ाइन पर आधारित है। इसमें सिलेक्टिव डिस्क्लोजर की सुविधा दी गई है, यानी यूजर्स तय कर सकते हैं कि किसे कौन-सी जानकारी दिखानी है। फायदे क्या होंगे? नए ऐप के आने से होटल चेक-इन, मोबाइल सिम एक्टिवेशन, बैंक केवायसी जैसी प्रक्रियाएं अब और तेज़ होंगी। परिवार के सभी सदस्यों के आधार एक ही फोन में रखने की सुविधा से फैमिली मैनेजमेंट आसान होगा। साथ ही, व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा भी बनी रहेगी। आधार की अब तक की यात्रा आधार योजना की शुरुआत 2009 में हुई थी और आज भारत में 130 करोड़ से अधिक लोगों के पास आधार है। पहले यह पेपर कार्ड के रूप में था, फिर डिजिटल रूप में एमआधार आया, और अब यह पूरी तरह प्राइवेसी-फर्स्ट डिजिटल ऐप बन चुका है। सरकार की मंशा है कि आने वाले समय में सभी सरकारी और निजी सेवाओं को पूरी तरह ऑनलाइन और पेपरलेस बनाया जाए। हिदायत/ईएमएस 10नवंबर25