अंतर्राष्ट्रीय
13-Nov-2025
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-एक दिन का किराया 63000 के पर टोरोंटो (ईएमएस)। कनाडा के सबसे बड़े शहर टोरंटो के पियरसन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बीते चार सालों से एक रूसी कार्गो विमान खड़ा है। ये विमान न कहीं उड़ सकता है और न रूस लौट सकता है और अब तक इसका पार्किंग किराया करोड़ों तक पहुंच चुका है। ये विमान दो देशों के बीच कूटनीतिक उलझन की एक मिसाल बन गया है। ये वोल्गा-डनेपर एयरलाइंस का एंटोनोव एएन-124 कार्गो विमान है, जो दुनिया के सबसे बड़े मालवाहक विमानों में से एक है। 27 फरवरी 2022 को अलास्का से कनाडा के टोरंटो पहुंचा था, जो कोरोना रैपिड टेस्ट किट्स की एक बड़ी खेप कनाडा लेकर आया था। इन्हीं दिनों रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हुई थी और जिसके विरोध में अलग-अलग देशों रूस और यूक्रेन पर तरह-तरह की पाबंदियां लगाना शुरू कर दी थीं। इसके बाद रूस का ये प्लेन भी उन्हीं पाबंदियों की भेंट चढ़ गया। 27 फरवरी 2022 को ये प्लेन टोरंटो पहुंचा और तभी कनाडा के तत्कालीन ट्रांसपोर्ट मंत्री ओमर अलघाबरा ने घोषणा की कि रूस के किसी भी विमान को अब कनाडाई हवाई क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी क्योंकि रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था। नतीजा ये रहा कि विमान को टोरंटो एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया और तब से अब तक ये विमान यहीं खड़ा है। कनाडा सरकार ने उस दिन से अब तक एक “नोटिस टू एयरमेन” (नोटम) लागू किया है, यानी एक आधिकारिक हवाई प्रतिबंध नोटिस, जो कहता है, किसी भी रूसी रजिस्टर्ड, स्वामित्व वाले, या रूसी संस्था से जुड़े विमान को कनाडाई क्षेत्र में उड़ान की इजाजत नहीं दी जाएगी। टोरंटो के पियरसन एयरपोर्ट की प्रवक्ता केली गॉस के मुताबिक, यह विमान एयरपोर्ट के एक सुरक्षित क्षेत्र में रखा गया है। उन्होंने बताया कि इस विमान पर एयरपोर्ट की मानक पार्किंग दरें लागू होती हैं, जो 1000 कनाडाई डॉलर प्रति दिन से ज्यादा (करीब 63403.04 रोज) हैं। यह दर तब तक जारी रहेगी, जब तक विमान एयरपोर्ट की संपत्ति पर मौजूद है। हालांकि गॉस ने यह बताने से मना कर दिया कि क्या वोल्गा-डनेपर एयरलाइंस को अब तक बिल भेजा गया है या किसी भुगतान की गई राशि का विवरण मौजूद है या नहीं। कंपनी ने भी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। फिलहाल यह विमान ना आपरेशन ना मेंटनेंस” स्थिति में रखा गया है यानी इंजन और सिस्टम की समय-समय पर जांच की जाती है ताकि जंग न लगे। रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण वोल्गा-डनेपर एयरलाइंस का एंटोनोव एएन-124 विमान अब तक कूटनीतिक गतिरोध का हिस्सा बना हुआ है, जो बताता है कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के बीच एक तकनीकी मिशन कैसे राजनयिक गतिरोध में फंस गया है। फिलहाल कनाडा की तरफ से इस प्रतिबंध को हटाने की कोई योजना नहीं है। जब तक रूस पर लगे हवाई प्रतिबंध बरकरार हैं, यह विमान कनाडा की जमीन पर ही रहेगा। हालांकि स्थानीय लोगों के लिए ये विमान अब “एयरपोर्ट लैंडमॉर्क” बन चुका है, जो हर गुजरते दिन के साथ यूक्रेन युद्ध की एक अनकही याद दिलाता है। आशीष/ईएमएस 13 नवंबर 2025