टोरोंटो,(ईएमएस)। नवंबर 2025 में जारी रिपोर्ट के मुताबिक़, 2024 में जिन लोगों को कनाडा पीआर के लिए आमंत्रण (आईटीए) मिला, उसमें एक-तिहाई (लगभग 34प्रतिशत) उम्मीदवारों के पास कनाडा का कोई काम का अनुभव नहीं था। फिर भी उन्हें मौका मिला, क्योंकि उनके पास किसी देश में अच्छा वर्क एक्सपीरिंयस, हाई एजुकेशन और भाषा पर पकड़ थी। वहीं, पीआर हासिल करने वालों में 1 प्रतिशत उम्मीदवार वे थें, जिनके पास कोई काम का अनुभव नहीं था जबकि बाकी करीब सभी के पास या विदेशी या कनाडाई, या दोनों तरह का अनुभव था। 2024 में कुल 98,903 उम्मीदवारों को पीआर के लिए आवेदन का निमंत्रण मिला। रिपोर्ट के अनुसार, नागरिकता के आधार पर भारत पहले स्थान पर रहा। 2024 में 43,004 भारतीय नागरिकों को आईटीए जारी किए गए, जो किसी भी दूसरे देश से चार गुना ज़्यादा हैं। भारत के बाद कैमरून, नाइजीरिया, चीन और फिलीपींस के उम्मीदवार टॉप-5 में रहे। 2024 में जिन पेशों को सबसे ज़्यादा आईटीए मिले। सॉफ्टवेयर इंजीनियर और डिजाइनर 3,715, फूड सर्विस सुपरवाइजर 3,608, सॉफ्टवेयर डेवलपर और प्रोग्रामर 3,142, एडमिन असिस्टेंट 2,669, टीचर (सेकेंडरी स्कूल) 2,136, इंफॉर्मेशन सिस्टम एकाउंटेंट/ऑडिटर 2,079, नर्स और हेल्थकेयर असिस्टेंट 1,946 में शामिल रहे। देश आईटीए की संख्या, कनाडा 67,817, कैमरून 8,999,भारत 3,104, नाइजीरिया 3,088, मोरक्को 1,770 भारतीयों के लिए क्या संकेत हैं? भारत अभी भी कनाडा पीआर का सबसे मज़बूत सोर्स है। हालांकि इसके लिए कनाडा में रहना अब ज़रूरी नहीं। विदेशी अनुभव वाले उम्मीदवार भी सफल हो सकते हैं। फ्रेंच भाषा में दक्षता से चयन की संभावना बढ़ जाती है। टेक, हेल्थ और एडमिन जैसे सेक्टर में मौके सबसे ज़्यादा हैं। आशीष/ईएमएस 16 नवंबर 2025