क्षेत्रीय
14-Nov-2025
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जिंदगी अल्लाह का तोहफ़ा इसे इबादत में गुजारे-मौलाना साद - रब का हुक्म मानने में ही दुनिया और आखिरत की कामयाबी है भोपाल (ईएमएस) । भोपाल के इटखेड़ी में 78 वें चार दिवसीय आलमी तबलीगी इज्तिमा की शुरूआत हो गई है। पहले दिन मगरिब की नमाज़ के बाद दिल्ली मरकज से आए मौलाना साद साहब कंदवली ने मौजूद मजमे को खिताब करते हुए कहा कि अल्लाह ने इंसान को जो जिंदगी दी हैं, यह सबके कीमती तोहफ़ा हैं। जिंदगी अल्लाह की इबादत और इंसानों की खिदमत में लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुनिया में रहते हुए खूब इबादत करें और नमाज के साथ रोजो की पाबंदी की जाएं। जो लोग मालदार हैं उन्हें अपने माल की जकात निकलना चाहिए साथ ही हज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो लोगो की खिदमत करता है वह अल्लाह का दोस्त बन जाता है। हमें अल्लाह से मांगकर उसकी मखलूक पर खर्च करना हैं,उनकी मदद करना। जब यह काम हम करेंगे तो अल्लाह के सबसे प्यारे बन जाएंगे। मौलाना ने कहा कि हमें अपने अखलाक को प्यारा बनाना हैं। साद साहब ने कहा कि हर मुल्क की एक करेंसी होती है जिसके बिना हम कोई काम नहीं कर सकते। इसी तरह अखिरत की करेंसी नेक आमाल हैं। अगर हमारे पास अच्छाई होगी तो अल्लाह हमें जन्नत में जगह देंगे। उन्होंने मौजूद लोगो को सीख देते हुए कहा कि हमें कभी भी किसी की मजबूरी का फायदा नही उठाना चाहिए,किसी की मजबूरी का फायदा उठाना बहुत बड़ा गुनाह हैं। उससे पहले फजर की नमाज के साथ ही इज्तिमा की शुरूआत हुई। भिवंडी से आए मौलाना हारून साहब लाखों लोगो के मजमे को खिताब करते हुए कहा कि अल्लाह ने हमें किसी न किसी काम के लिए पहुंचाया है। उस काम से हम भटक गए हैं। उन्होंने हदीस और कुरआन की रोशनी में नसीहत दी कि अल्लाह के हुक्म और पैगम्बर साहब के बताए रास्ते पर चलें। मौलाना ने कहा कि दुनिया में हर चीज का मकसद है। अल्लाह ने जो आसमान बनाया उसका मकसद है, अल्लाह ने जो पहाड़ों को बनाया उसका भी अपना मकसद, समुंदर, नदियां और पानी को बनाने का भी मकसद है। मखलूक को पैदा किया उसका भी मकसद है, लेकिन सब तो अपने काम में लगे हुए हैं, सिर्फ मुसलमान अपना मकसद भूल गए हैं। उन्होंने इस दौरान पैगम्बर हजरत नूह अलैहिस्सलाम से लेकर हजरत यूसुफ अलैहिस्सलाम तक का किस्सा अपने बयान में सुनाया। जुमे की नमाज़ अदा करने बड़ी संख्या में पहुंचे शहरवासी आलमी तब्लीगी इज्तिमा के दौरान नमाज़-ए-जुमा की अदायगी के लिए शहरवासियों का बड़ा मजमा इज्तिमागाह पहुंचा। मौजूद जमातियों के साथ लाखों सर सजदे में झुके तो पिन ड्रॉप साइलेंट का माहोल हो गया हैं। नमाज के बाद मजमे ने खुदा की बारगाह में हाथ उठाकर दुआ मांगी। दिल्ली से आए मौलाना यूसुफ साहब ने नमाज अदा करवाई। नमाज़ के बाद हुए बयान में भी लोगों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। नमाज़ बाद मौलाना शरीफ ने तकरीर की। उन्होंने कहा कि हम में से सबसे बेहतर वह है जो अल्लाह के बंदों के साथ अच्छा सालुख करें। असर बाद हुए बयान में मौलाना फारुख ने कहा कि जहां भी रहो हमेशा फूल बनकर रहो कांटा नही बनो। क्योंकि फूल से इंसान मोहब्बत करता है,जबकि कांटा निगाहों में चुबता हैं। सादगी से हुए सैकड़ो निकाह आलमी तबलीगी इज्तिमा के पहले दिन असर की नमाज के बाद सैकड़ों निकाह कुबूल करवाएं गए। दिल्ली से आए यूसुफ साहब ने निकाह का खुत्बा पढ़ाया। उन्होंने दुआ करवाते हुए नई जिंदगी शुरू करने जा रहा है जोड़ों को इबादत के तौर पर निकाह नहीं वाली जिंदगी जीने की सीख दी। सादगी से हुए निकाह में महिलाओं को छोड़कर परिजन शामिल हुए। इस दौरान घोड़ी बग्गी, पटाखे, डीजे, रस्म रिवाजों को छोड़कर अकीदत के साथ निकाह करवाएं गए। जानकारी के लिए बता दें कि पूर्व में निकाह का यह आयोजन इज़्तिमा के दूसरे दिन हुआ करता था। जिसे दिल्ली मरकज से हुए फैसले के बाद इज़्तिमा के पहले दिन कर दिया गया है। गौरतलब है कि भोपाल का धार्मिक समागम दुनिया के चार बड़े आयोजनों में से एक है। अरबी महा के ज़िल हिज्जा में होने वाले हज के बाद यह धार्मिक समागम दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा आयोजन है। भोपाल में इसकी शुरुआत 13 लोगो के साथ हुई थी। तभी से इसकी संख्या में बढोतरी का दौर जारी है। 13 लोगों से हुई शुरुआत अब 13 लाख तक पहुंच गई है। सोमवार सुबह तक पहुंचाते रहेंगे लोग इज्तिमा की शुरूआत से पूर्व गुरुवार को ही भोपाल सहित विश्व भर के लोगो का पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ था,जो सोमवार सुबह तक जारी रहेगा। शुक्रवार रात तक 70 फ़ीसदी पंडाल लोगो से फूल हो गया हैं। पाकिस्तान और बांग्लादेश को छोड़कर 19 देश की जमाते गुरुवार शाम तक भोपाल पहुंच चुकी थी। शुक्रवार को भी देश के साथ विदेशों की जमातियो के आने का क्रम जारी रहा। दूसरी और पुराने शहर से लेकर इज्तिमा स्थल तक वॉलेंटियर्स ने भी मोर्चा संभाल लिया है। इज्तिमा में शिरकत करने जा रहे श्रद्धालुओं के लिए शहर के कई इलाकों के अलावा आसपास के जिलों में खिदमत कैंप बनाए गए हैं। जहां निशुल्क चाय नाश्ते के साथ खाने के भी इंतजाम हैं। 120 एकड़ में जगमगा रही टेंट सिटी आलमी तबलीगी इज्तिमा स्थल पर लोगों की सुविधा को देखते हुए इस बार सुविधाओं में बढ़ोतरी की गई है। इज्तिमा कमेटी के प्रवक्ता डॉ उमर हफिज खान ने बताया कि देश विदेश से पहुंचने वाले लोगों के लिए 120 एकड़ में विशाल पंडाल टेंट सिटी बनाई गई हैं। जबकि 300 एकड़ में 2 और फोर व्हीलर वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था है। 71 पर्किंग जोग में दो लाख दोपहिया, 50 हजार चार पहिया एक हजार बस और 1000 ट्रक-ट्रैक्टर खड़े किए जा सकेंगे, मुख्य मागों पर बेरिकेड और 200 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं,6 ड्रोन कैमरों से भी निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा फूड जोन,स्वास्थ्य कैंप, अस्थाई अस्पताल,बेसिक चलित एंबुलेंस आदि की भी व्यवस्थाएं चारो दिन जारी रहेंगी। तेज़ ठंड को देखते हुए श्रद्धालुओं को गर्म पानी की भी सुविधा दी जा रही है। लोगों के लिए स्थाई के साथ अस्थाई टॉयलेट बनाए गए हैं। नमाज के लिए वुजू और नहाने के लिए गर्म पानी का भी इंतजाम हैं। रेपिड एक्शन फोर्स के साथ तीन हज़ार पुलिस कर्मियों की तैनाती भोपाल इज्तिमा में इस बार सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाया गया है। भोपाल पुलिस ने तीन हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की है,जबकि रैपिड एक्शन फोर्स की चार कंपनियों को भी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इज्तिमा कमेटी के 25 हजार वॉलिंटियर्स भी अलग-अलग जिम्मेदारी निभाते हुए आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं। प्रोग्राम स्थल पर 24 घंटे पेट्रोलिंग की व्यवस्था है। 15 मोबाइल पेट्रोलिंग गाड़ियां और 10-12 बाइक पेट्रोलिंग यूनिट लगातार मूवमेंट में करती रहेंगी। डॉग व बम डिस्पोजल स्क्वॉइड भी कंट्रोल रूम में मुस्तैद हैं। मूक बधिर के लिए साइन लैंग्वेज एक्सपर्ट इज्तिमा स्थल पर देशभर से आए मुक-बधिर के लिए अलग खित्ता बनाया गया है, जहां वे कायम कर रहे है। यहां पर उन्हें एक्सपर्ट सांकेतिक भाषा के माध्यम से दीन और ईमान की बातें बताएंगे। मुख्य मंच से उलेमा जो तकरीर करेंगे, जिन्हें ट्रांसलेटर संकेतिक भाषा के जरिए समझाएंगे ताकि मूक-बधिर भी दीन-ईमान की बातें सीख सकें। जुनेद/१४नवंबर2025