लेख
19-Nov-2025
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दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए धमाके की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आतंकी 6 दिसंबर, यानी बाबरी मस्जिद ढहाए जाने की बरसी के दिन दिल्ली समेत कई जगह धमाके करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने 32 कारों का इंतजाम किया था। इनमें बम और विस्फोटक सामग्री भरकर धमाके किए जाने थे। इस काम के लिए ब्रेजा, स्विफ्ट डिजायर, इकोस्पोर्ट और आई20 जैसी गाड़ियां शामिल की गई थीं। पुलिस की जांच एजेंसियों को अब तक 3 कारें बरामद हो चुकी हैं,जबकि चौथी चौथी स्विफ्ट डिजायर की तलाश है। बीती 10 नवंबर को जिस आई20 कार में जूता- बम धमाका हुआ था, वह इसी सीरियल रिवेंज अटैक का हिस्सा थी। ब्लास्ट से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हैं, जिनमें से तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है।यह विस्फोट जूता बम से किया गया,यह एनआईए की चल रही जांच में खुलासा हुआ है। जूता -बम बेहद खतरनाक माना जाता है। केंद्र सरकार ने दिल्ली कार ब्लास्ट को आतंकी हमला माना है। केंद्रीय कैबिनेट मीटिंग में टेरर अटैक पर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया। पुलिस ने हरियाणा के खंदावली गांव से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। यहीं से इको स्पोर्ट्स कार बरामद हुई है।पुलिस ने आशंका जताई कि दिल्ली धमाके में शामिल आतंकियों के पास एक नहीं, बल्कि दो कारें थीं। जिसकी तलाश के लिए दिल्ली के साथ पड़ोसी राज्यों यूपी और हरियाणा में अलर्ट जारी किया गया था। इसके बाद हरियाणा के खंदावली गांव में लावारिस गाड़ी होने की खबर सामने आई। इस गाड़ी की जांच के लिए एनएसजी बॉम्ब स्क्वाड की टीम पहुंची है। गाड़ी अभी तक पूरी तरह से खोली नहीं गई है। गाड़ी जहां मिली, वह उमर के ड्राइवर की बहन का घर था।दिल्ली ब्लास्ट मामले में पुलिस का मानना है कि आतंकियों द्वारा बीती जनवरी में लाल किले की रेकी की गई थी।यानि दिल्ली को दहलाने की साजिश जनवरी से रची जा रही थी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के मोबाइल डंप डेटा से पता चला कि फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से गिरफ्तार असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मुजम्मिल गनी और धमाके में कथित रूप से मारे गए डॉ. उमर नबी ने जनवरी में कई बार लाल किले की रेकी की थी। दोनों ने वहां की सुरक्षा-और भीड़ का पैटर्न समझा था। पुलिस को शक है कि आतंकियों की प्लानिंग 26 जनवरी पर लाल किले पर हमले की थी, जो उस समय नाकाम हो गई थी।साथ ही दिल्ली में 6 दिसंबर को आतंकियों का हमले करने का प्लान था , लेकिन मुजम्मिल की गिरफ्तारी से उनका प्लान बिगड़ गया। यह बात 8 आरोपियों से पूछताछ में भी सामने आई हैं। इस अंतरराज्यीय मॉड्यूल का केंद्र फरीदाबाद में था। गिरफ्तार आतंकियों में 6 डॉक्टर हैं। श्रीनगर का रहने वाला एक अन्य संदिग्ध डॉ. निसार फरार है,जो डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ कश्मीर का अध्यक्ष भी है,वह अलफलाह यूनिवर्सिटी में पढ़ा रहा था।इस घटना के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने डॉ. निसार को बर्खास्त कर दिया है।वही गनी नामक आतंकी खाद की बोरी बताकर विस्फोटक जुटा रहा था ।फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में काम कर रहा कश्मीरी डॉ. मुजम्मिल गनी खाद की बोरियां बताकर किराए के कमरे में विस्फोटक सामग्री जमा कर रहा था। 20 दिन पहले मुजम्मिल कमरे में कुछ बोरियां रखने आया था, तब पड़ोसियों ने उससे पूछा था कि इसमें क्या है? जवाब में मुजम्मिल ने कहा था कि ये खाद के कट्टे हैं। इन्हें कश्मीर ले जाना है।पुलिस ने विस्फोटक रखे कमरे से 100 मीटर दूर एक मकान में सीसीटीवी कैमरे की फुटेज जब्त कर ली हैं।दिल्ली कार ब्लास्ट केस में एटीएस ने कानपुर के कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर आरिफ को भी गिरफ्तार किया है। उसका कनेक्शन मारे गए आतंकी डॉक्टर उमर और उसकी सहयोगी लेडी टेररिस्ट डॉ. शाहीन से मिला है। आरिफ दोनों लोगों के संपर्क में था। जांच में यह भी सामने आया कि शाहीन और आरिफ के बीच हर रोज बात होती थी।जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों ने सोपोर के मूमिनाबाद इलाके में संयुक्त अभियान के दौरान दो हाइब्रिड आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आतंकियों की पहचान शबीर नजार और शबीर मीर के रूप में हुई है।कश्मीर जोन पुलिस के अनुसार, आतंकियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है। फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है और सुरक्षाबल यह पता लगाने में जुटे हैं कि दोनों की आतंकी नेटवर्क से कितनी गहरी संलिप्तता थी पुलिस ने हरियाणा के खंदावली गांव से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया। यहीं से इको स्पोर्ट्स कार बरामद हुई है।वही दिल्ली कार ब्लास्ट केस में एटीएस ने कानपुर के कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ डॉक्टर आरिफ को अरेस्ट किया है। उसका कनेक्शन मारे गए आतंकी डॉक्टर उमर और उसकी सहयोगी लेडी टेररिस्ट डॉ. शाहीन से मिला है। आरिफ दोनों लोगों के संपर्क में था। जांच में यह भी सामने आया कि शाहीन और आरिफ के बीच हर रोज बात होती थी। पुलवामा और शोपियां जिलों में छापेमारी जारी लाल किले के पास हुए धमाके के बाद घाटी में सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ा अभियान शुरू किया है। बारामूला, पुलवामा और शोपियां जिलों में कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई उपद्रवी और कानून तोड़ने वाले तत्वों पर शिकंजा कसने के लिए की गई हैपुलिस के अनुसार, छह संदिग्धों को हिरासत में लेकर थाने लाया गया और कानूनी तौर पर बाउंड डाउन किया गया। इसके अलावा, 22 ओवरग्राउंड वर्कर्स के ठिकानों पर तलाशी ली गई, जिनमें से 20 को चेतावनी देकर छोड़ा गया और दो को हिरासत में लिया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। सोपोर के मूमिनाबाद इलाके में संयुक्त अभियान के दौरान दो हाइब्रिड आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आतंकियों की पहचान शबीर नजार और शबीर मीर के रूप में हुई है। कश्मीर जोन पुलिस के अनुसार, आतंकियों के पास से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है। फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है और सुरक्षाबल यह पता लगाने में जुटे हैं कि दोनों की आतंकी नेटवर्क से कितनी गहरी संलिप्तता थी।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर हाई लेवल की मीटिंग हुई। जिसमें दिल्ली पुलिस, एनआईए और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इसी तरह जम्मू रेलवे स्टेशन पर सर्च ऑपरेशन किया गया जम्मू रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल, जीआरपी और डॉग स्क्वॉड की टीमों ने संयुक्त रूप से बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया। अधिकारियों ने बताया कि यह जांच यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए की गई।गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि दिल्ली ब्लास्ट के दोषियों को ऐसी सख्त सजा दी जाएगी, जिससे दुनिया को संदेश मिले कि भारत में ऐसा करने की हिम्मत कोई दोबारा न करे।उन्होंने ब्लास्ट में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना भी जताई। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संकल्प है कि आतंकवाद के दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलेगी, और यह संकल्प जरूर पूरा होगा। 24 घंटे के भीतर जम्मू-कश्मीर के रहने वाले दो डॉक्टरों को हिरासत में लिया है। हापुड़ के मेडिकल कॉलेज से गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर फारुख को उसके हॉस्टल से पुलिस ने उठाया। फारुख ने फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल शकील के साथ पढ़ाई की है। मुजम्मिल के पास भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ था। दिल्ली में लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट से पहले उमर से सम्बंधित 6 सीसीटीवी भी सामने आए हैं। इसमें उमर 17 घंटे पहले हरियाणा के नूंह में दिखा,पुलिस को शक है कि उसने यहीं से विस्फोटक कार में रखे। कांग्रेस ने दिल्ली धमाके के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि जब उसकी नीति आतंकवाद पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की है, तो 2,900 किलो विस्फोटक फरीदाबाद तक कैसे पहुंच गया।पुलिस सूत्रों के मुताबिक, फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉ. उमर उन नबी, डॉ. मुझम्मिल गनई और डॉ. शहीन शाहिद ने स्विट्जरलैंड के ‘थ्रीमा’ नाम के एन्क्रिप्टेड ऐप से बातचीत की थी। इसी ऐप के जरिए वे धमाके की पूरी योजना, नक्शे और दस्तावेज साझा कर रहे थे।थ्रीमा ऐप फोन नंबर या ईमेल के बिना काम करता है और हर यूजर को एक यूनिक आईडी देता है, जिससे उसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। पुलिस को शक है कि आरोपियों ने अपना निजी सर्वर तैयार कर रखा था, जिस पर वे सुरक्षित तरीके से संवाद करते थे।सरकार ने अल फलाह यूनिवर्सिटी के सभी रिकॉर्ड की फॉरेंसिक जांच (ऑडिट) कराने का फैसला किया है। दिल्ली ब्लास्ट के बाद यह यूनिवर्सिटी जांच के घेरे में है। सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने अन्य एजेंसियों को भी अल फलाह यूनिवर्सिटी के पैसों के लेन-देन (मनी ट्रेल) की जांच करने के निर्देश दिए हैं।दिल्ली पुलिस ने अल फलाह यूनिवर्सिटी के एच आर विभाग से जमील को गिरफ्तार किया है। जमील जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला है। उस पर आतंकियों का सहयोग करने का आरोप है। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।पुलिस ने 50 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर डॉ. उमर नबी के आखिरी 24 घंटे की पूरी मूवमेंट ट्रैक की। जांच में पता चला है कि वह 9 नवंबर की रात फरीदाबाद से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के रास्ते निकला और हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में एक ढाबे पर रुका। वहीं उसने कार में ही रात गुजारी। अगली सुबह वह फिर एक्सप्रेसवे से होते हुए धीरे-धीरे दिल्ली की ओर आया। रास्ते में उसने दो बार रुककर चाय पी और फोन चेक किया।सीसीटीवी फुटेज में वह सुबह 8:13 बजे बादरपुर टोल पार करता दिखा। इसके बाद उसने ओखला, कनॉट प्लेस, अशोक विहार और सेंट्रल दिल्ली के इलाकों में चक्कर लगाए। दोपहर में अशोक विहार में एक ढाबे पर खाना खाया, फिर वह रामलीला मैदान के पास असफ अली रोड की एक मस्जिद गया, जहां उसने तीन घंटे तक कार पार्किंग में बिताए और नमाज पढ़ी। पुलिस को शक है कि इसी दौरान उसे अगले निर्देश मिले। 3:19 बजे उसकी सफेद हुंडई आई 20 कार को लाल किला पार्किंग में खड़ा देखा गया। कार करीब तीन घंटे तक वहीं रही। 6:22 बजे वह कार मेट्रो स्टेशन की तरफ बढ़ी और 6:52 बजे जबरदस्त धमाके के साथ फट गई। इस विस्फोट में 13 लोगों की मौत और 25 से ज्यादा लोग घायल हैं।आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए एकत्र किए गए विस्फोटक के साथ फरीदाबाद से पकड़ी गई डॉ. शाहीन डेढ़ वर्ष से परिवार के संपर्क में नहीं थी। पूछताछ में शाहीन के पिता सईद अंसारी ने यह दावा किया है। उन्होंने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं, जिसमें बड़ा बेटा शोएब है। डॉ. शाहीन दूसरे, जबकि डॉ. परवेज तीसरे नंबर पर हैं। लोकसेवा आयोग से चयनित होकर शाहीन कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर काम कर चुकी है। परिजनों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में कुछ वर्ष काम करने के बाद वर्ष 2013 में बिना कोई नोटिस दिए शाहीन ने वहां जाना छोड़ दिया था। शाहीन की शादी महाराष्ट्र निवासी जफर हयात से हुई थी। आपसी विवाद के कारण वर्ष 2015 में दोनों अलग हो गए। उधर, अनुपस्थित रहने की वजह से वर्ष 2021 में मेडिकल कॉलेज ने डॉ. शाहीन को बर्खास्त कर दिया था।परवेज के घर के बाहर एक कार खड़ी मिली। कार पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का पास लगा था। छानबीन में पता चला कि परवेज वहां पर काम करता था। कार परवेज के भाई शोएब के नाम है, जो सहारनपुर में रजिस्टर्ड है। फरीदाबाद से बरामद कार परवेज के नाम रजिस्टर्ड है। करीब चार घंटे तक खुफिया एजेंसियों ने परवेज का घर खंगाला। एटीएस ने आस पड़ोस के लोगों से भी परवेज के बारे में जानकारी जुटाई है। माना जा रहा है कि परवेज को उसके साथियों के पकड़े जाने की भनक लग गई थी, जिसके बाद वह घर से भाग निकला था। (लेखक ज्वलंत मुद्दों के वरिष्ठ पत्रकार है) ईएमएस / 19 नवम्बर 25