सच्चा मित्र वही होता है जो कभी भेदभाव नहीं करता मित्र गलत भी हो तब भी साथ नहीं छोड़ताl जीवन मे एक ही मित्र काफ़ी होता है जो हर संकट मे कंधे से कंधा मिला कर चले और कहे दोस्त कोई बात नहीं मै हूँ न घबराओ मत अंतिम सांस तक साथ निभाउंगाl आधुनिक इंटरनेट युग में ऐसे दोस्त विलुप्त हो चुके हैंl आज मतलबी दोस्त हो गए हैं मतलब खत्म दोस्ती खत्म हो जाती हैl दोस्ती निस्वार्थ होनी चाहिए स्वार्थ नहीं होना चाहिएl अक्सर देखा गया है की आज मतलबी दोस्तों की संख्या बढ़ती जा रही है ऐसे उदाहारण बहुत हैं की जो लोग कभी सच्चे दोस्त थे आज अच्छी जॉब पर लग गए तो अपने दोस्तों को भूल गए और पहचानने से इंकार करते हैं लेकिन इतिहास साक्षी है की जो अपनी औकात भूल जाते हैं वक़्त उनको तहस नहस कर देता हैl नए नए दोस्त जब बन जाते हैं तो पुराने दोस्त भुला दिए जाते हैं एक शायर ने कहा था की जिंदगी में हर चीज अच्छी होती है लेकिन दोस्त पुराने ही अच्छे होते हैं जो हर परिस्थिति से वाकिफ होते हैंl नए दोस्त सिर्फ नौ दिन चलते हैं जबकि पुराने ताउम्र चलते हैंl आज कुछ लोग अमीर बन गए तो पुराने दोस्तों को अनदेखा करते हैं अपना समय भूल गए हैंl गरीब के साथ रिश्ता छुपाते हैंl गरीब का स्वाभिमान बहुत बड़ा होता है वह स्वाभिमान से जीता है किसी को इग्नोर नहीं करता दिन रात बिना स्वार्थ के तत्पर रहता है लेकिन लोग उसका आदर नहीं करतेl गरीब आदमी बेईमान नहीं होता नमक से खा लेता है किसी के आगे हाथ नहीं फैलाताl भाग्य अपना अपना है कोई झोपड़ी में ख़ुश है तो महलों में भी रोता हैl भाग्य किसी की बपोती नहीं होती कर्म से भाग्य को बदला जा सकता है अच्छे कर्म करते रहिएl अपना अपना भाग्य होता है जैसा कर्म करोगे वैसा ही फल मिलेगाl कर्म प्रधान होता है इसलिए कर्म करते रहिएl भाग्य किसी क़ो भी मिट्टी में मिला सकता हैl भाग्य एक पल में किसी क़ो कंगाल बना दे यह किसी क़ो पता नहीं होताl दो जून की रोटी क़ो तरसने वाले आज अपना समय भूल चुके हैंl अच्छे कर्म जीवन क़ो स्वर्ग बना देते हैं और बुरे कर्म जीवन क़ो नर्क बना देते हैंl मानव क़ो अपने विवेक का प्रयोग करना चाहिएl आज कुछेक तथाकथित लोग तिगड़म करके ऐसे पदों पर विराजमान है जिसके वे काबिल नहीं है लेकिन सिफारिश के बलबूते स्थान हासिल करने वालों को एक दिन वक्त जरुर धूल चटाता है अरस्तु ने कहा था की जो सबका मित्र होता है वह किसी का मित्र नहीं होता वर्तमान परिपेक्षय में यह बात चरितार्थ हो रही हैl कुछ लोग सबके साथ मित्रता रखते हैं लेकिन किसी के भी सच्चे मित्र नहीं हैंl सबको बेबकूफ बनाते हैं लेकिन ऐसा ज्यादा दिन नहीं चलता है एक दिन ऐसे लोगों का पर्दाफाश हो जाता हैl ऐसे लोग गिरगिट प्रजाति के होते हैं यह इधर की बातें उधर करते हैंl ग़लतफहमीयां पैदा करते हैंl ऐसे लोग मौकापरस्त होत्ते हैं ऐसे लोगों का विश्वास नहीं करना चाहिए क्यूंकि ऐसे लोगों का कोई दिन मान नहीं होते यह अपने निजी स्वार्थ के लिए किसी की भी बलि दे सकते हैं ऐसे दोहरी मानसिकता वाले लोगों से समय रहते किनारा कर लेना चाहिए ऐसे लोग बहुत ही घातक होते हैंl यह दोस्तों में दरार डालते हैंl दोस्ती बराबर की न हो तो टूट जाती है एक विचारक ने कहा था की दोस्ती बराबर की होनी चाहिए अगर दोस्ती बराबर की न हो तो टूट जाती हैl आजकल दोस्ती हैसियत देखकर की जाती है की उसका जीवन स्तर कितना ऊँचा है स्टेटस क्या है क्या जॉब करता है क्या उसके पास गाड़ी है बंगला है आलीशान मकान है यह दोस्ती का पैमाना हैl ग़रीब अमीर की दोस्ती बहुत कम होती है क्यूंकि अमीर अपनी पैसे की धौंस जमाते है और गरीबों को दबाते हैं इग्नोर करते हैं और नीचा दिखाते हैंl कहते हैं सच्चे व पक्के दोस्त नसीब वालों को ही मिलते हैं आज सच्चे मित्र मिलना बहुत ही कठिन हैl वास्तव में सच्चा मित्र वह होता है जो हमेशा हर दुःख सुख व मुसीबत में हमारे साथ खड़ा रहता हैl सुख दुःख जीवन की धूप छावं होते हैं और जीवन में इनका आना जाना एक सतत प्रक्रिया हैl जब वह प्रतिभा के आगे नहीं टिकता एक कहावत की घर का जोगड़ा बाहर का जोगी सिद्ध आज पूरी तरह चरितार्थ हो रही है। मगर मानव को एक बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि मुसीबत में अपने ही काम आते है बाहर के तमाशा देखते हैं। आज अपनों को नीचे गिराया जाता है और बाहर के लोगों को उपर उठाया जाता है भेदभाव किया जाता है प्रतिभा को दबाया जाता है और चंद स्वार्थों के लिए बाहर के लोगों को फायदा पहुंचाया जाता है। आज कितने ही प्रतिभावान लोग है जिन्हे दरकिनार करके अयोग्य लोगों को मौका दिया जाता है।अनुभवहीन लोग आज इतने बड़े बन जाते है कि दूसरों को पाठ पढ़ाने लगते है कि कौन काम सही है और कौन गलत मगर सच्चाई सौ परदे फाड़ कर बाहर आती है तब ऐसे लोग खाक में मिल जाते है यह वक्त का कैसा तकाजा है कि आज सच्चे व इरादों के पक्के लोगों को मुख्यधारा से बाहर किया जा रहा हंै । मगर वक्त एक ऐसा तराजू है जिसके एक पलड़े में जिन्दगी और दूसरे पलड़े में मौत होती है जीवन और मृत्यु में सिर्फ सांसों का फासला है।जब इन्सान जिन्दा होता है तो कोई उसका हाल तक नहीं पूछता लेकिन जब संसार से रुखस्त हो जाता है तो हर आदमी मातम में शामिल होने में अपनी शान समझतें है। जिन्होने जब जिन्दा था तो बात तक नहीं की हांेगी। जब जीता है तो एक जोड़ी कपड़ा तक नसीब नहीं होता मगर जब उसके किसी काम का नहीं होता उसके मृत शरीर पर सैंकड़ों चादरें डाली जाती है।जीते जी जिसे घी नहीं मिलता जलाती बार मुहं में शुद्व देशी घी की आहुती दी जाती है जो व्यर्थ है।कहने का तात्पर्य यह है कि मानव की जीते जी सहायता कि जाए तो वही सच्ची मानवता कहलाएगीl आत्मकेन्द्रित लोग बहुत ही घातक होते हैं बस अपना काम हो जाए दुनिया भाड़ में जाए।समाज में ऐसे लोग किसी क़े नहीं होते है।आज भूखी जुएं अपनी औकात भूलकर ऐसे इतराती है कि जैसे खानदानी रईस हो पर वक्त के पास हर आदमी का लेखा-जोखा है कि कौन रईस था और कौन दाने-दाने को मोहताज था। किसी को छोटा नहीं समझना चाहिए हर आदमी से समानता का व्यवहार करना चाहिए।कभी भी भेदभाव नहीं करना चाहिए।वक्त बदलते देर नहीं लगती भाग्य किसी को भी अर्श पर ले जाता है और किसी को फर्श पर ले जाता है इसलिए मानव को मर्यादा में रहकर ही हर काम करना चाहिए।आदमी को किसी के साथ भी धोखा नहीं करना चाहिए।किसी के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहिए।क्योंकि एक बार विश्वास टूट जाता तो फिर से कायम कर पाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे मानव का जीवन व्यर्थ है जो दूसरों को दुख देता है।गरीब आदमी को कभी नहीं सताना चाहिए अगर गरीब की बददुआ लग जाए तो बड़े से बड़ा धराशायी हो जाता है इसलिए हर मानव को हमेशा मानव के लिए अच्छे कार्य करने चाहिए।मानव को ऐसे काम करने चाहिए कि मरने के बाद भी उसे सदियों तक एक अच्छे इन्सान के रुप में हमेशा याद किया जा सके। भूखे को रोटी और प्यासे को पानी पिलाना चाहिए।आज का मानव पैसों से बैंक के खातों को तो भर रहा है मगर उपर का खाता खाली है इसलिए प्रत्येक साधन-संपन्न मानव को लाचार व गरीब लोगों को दान पुण्य करना चाहिए। मानव को एकजुट होकर हर मानव का काम करना चाहिए, कहते है कि एकता में बड़ा बल होता है।प्रत्येक मानव को पता है कि एक दिन सबको मौत आनी है तो फिर मानव क्यों नहीं समझ रहा है।मानव जब कोई चीज बनाता है तो वह उसकी गांरटी तय करता है मगर उसकी अपनी कोई गांरटी नहीं है कि कब प्राण निकल जाएं।रात दिन अवैध तरीकों से जायदाद जोड़ रहा है मगर किसके लिए आज तक कोई उठा कर नहीं लेकर गया तो फिर यह मोह माया क्यों है।मानव को नीच कर्मो को छोड़ देना चाहिए अच्छे कर्म करने चाहिए।प्रतिभा किसी की मोहताज़ नहीं होती प्रतिभा कभी झुकने नहीं देतीl प्रतिभायें शिखर पर जरूर पहुंचाती हैl कहते है कि हाथ से छिना जा सकता है मगर भाग्य को नहीं छिना जा सकता। जो भाग्य में है वह जरुर मिलेगा।देर जरुर है मगर सच ही पुरस्कृत होता है। सच्चाई के रास्ते पर चलते रहिए सच्चाई की हमेशा जीत होती हैl सच कभी नहीं हारताl सच्चा मित्र वही होता है जो कभी भेदभाव नहीं करता मित्र गलत भी हो तब भी साथ नहीं छोड़ताl ईएमएस / 21 नवम्बर 25