अंतर्राष्ट्रीय
23-Nov-2025
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-अमेरिकी रिपोर्ट को चीन ने झूठ का पुलिंदा बताया वाशिंगटन (ईएमएस)। दो सदस्यों वाले अमेरिकी आयोग ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में खुलासा किया हैं कि चीन ने मई में हुए भारत-पाकिस्तान संघर्ष का अवसरवादी तरीके से फायदा उठाना चाहा। इस दौरान चीन ने अपनी रक्षा क्षमताओं का परीक्षण और प्रचार के मकसद से पाकिस्तान को हथियार मुहैया कराए। रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजिंग ने चार दिवसीय संघर्ष का लाभ उठाया ताकि अपने हथियारों का परीक्षण और प्रचार कर सके। रिपोर्ट में कहा गया है, यह संघर्ष पहली बार था जब चीन की आधुनिक हथियार प्रणालियों का उपयोग किया था। उसमें एचक्चू-9 वायु रक्षा प्रणाली, पीएल-15 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और जे-10 लड़ाकू विमान शामिल हैं। यह एक वास्तविक दुनिया के क्षेत्र प्रयोग के रूप में काम आया। रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने कथित तौर पर संघर्ष के बाद जून में पाकिस्तान को 40 जे-35 पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू जेट, केजे-500 विमान और बैलिस्टिक मिसाइल बेचने की पेशकश की। इतना ही नहीं रिपोर्ट में बताया गया हैं कि चीन ने भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बाद फ्रांसीसी राफेल लड़ाकू जेट को बदनाम करने के लिए दुष्प्रचार अभियान भी चलाया। फ्रांसीसी खुफिया जानकारी के अनुसार, चीन ने अपने जे-35 के पक्ष में फ्रांसीसी राफेल की बिक्री में बाधा डालने के लिए एक दुष्प्रचार अभियान शुरू किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स का इस्तेमाल करके एआई और वीडियो गेम की तस्वीरों को प्रचारित किया, जिसमें चीन के हथियारों द्वारा नष्ट किए गए विमानों के कथित मलबे को दिखाया गया। वहीं चीन ने अमेरिकी रिपोर्ट को झूठा करार दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, समिति द्वारा जारी की गई रिपोर्ट झूठी है। प्रवक्ता माओ ने कहा, आपने जिस समिति का उल्लेख किया है, उसका चीन के प्रति हमेशा एक वैचारिक पूर्वाग्रह रहा है और उसकी कोई विश्वसनीयता नहीं है। आशीष/ईएमएस 23 नवंबर 2025