राज्य
23-Nov-2025
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- अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर कार्रवाई को गलत बताने वाले मदनी को लेकर बोले मंत्री सारंग भोपाल (ईएमएस)। अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर हुई कार्रवाई को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के विवादित बयान ने राजनीतिक माहौल गर्मा दिया है। मदनी ने सहारनपुर में कहा था कि सरकार सुनियोजित रूप से मुस्लिम संस्थानों को निशाना बना रही है और दावा किया था कि अगर किसी यूनिवर्सिटी का वाइस चांसलर मुसलमान होगा, तो वह जेल ही जाएगा। उनके इस बयान पर मध्य प्रदेश के खेल, युवा कल्याण एवं सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। सारंग ने कहा, मदनी के इस बयान के बाद उसकी भी पूरी जांच होनी चाहिए। वह भी कहीं-ना-कहीं आतंकवाद और देशद्रोह से जुड़ा हुआ है। मंत्री सारंग ने आरोप लगाया कि मदनी जानबूझकर देश के माहौल को जहरीला बनाने की कोशिश कर रहे हैं और हर कानूनी कार्रवाई को सांप्रदायिक चश्मे से देखने की आदत बना चुके हैं। उन्होंने कहा कि मदनी जैसे लोग देश की संस्थाओं, न्यायपालिका और सुरक्षा एजेंसियों पर लगातार अविश्वास फैलाकर एक खतरनाक नरेटिव खड़ा कर रहे हैं। एपीजे अब्दुल कलाम की दिलाई याद सारंग ने याद दिलाया कि देश ने डॉक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जैसे गौरवशाली मुस्लिम व्यक्तित्वों को सर्वोच्च सम्मान दिया है। उन्होंने कहा भारत में प्रतिभा को धर्म नहीं, काम देखा जाता है। लेकिन मदनी जैसे नेता तुष्टीकरण की राजनीति के सहारे मुस्लिम समाज को डराने और गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस और विपक्ष पर भी निशाना साधा और कहा कि दशकों तक चली मुस्लिम परस्ती और वोटबैंक की राजनीति ने ऐसे नेताओं को बढ़ावा दिया, जो अब हर मुद्दे पर देशविरोधी बयान देकर समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। सारंग ने यह भी कहा कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी पर कार्रवाई कानून के अनुसार हुई है, और यदि किसी संस्था में वित्तीय अनियमितता, अवैध निर्माण या दूसरे गंभीर आरोप होंगे, तो जांच होगी। चाहे वह किसी भी समुदाय से जुड़ी हो। उन्होंने कहा कि कानूनी कार्रवाई को ‘मुस्लिम संस्थाओं पर हमला’ बताना सिर्फ राजनीतिक खेल है। मंत्री ने कहा कि मदनी की गतिविधियों की गहन जांच की जाए, ताकि सच सामने आ सके।