नई दिल्ली,(ईएमएस)। राजधानी में बढ़ते प्रदूषण और जहरीली हवा के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों के बीच रविवार शाम इंडिया गेट के सी-हेक्सागन क्षेत्र में एक विरोध सभा अचानक विवादों में घिर गई। शुरुआत में युवा समूह क्लीन एयर के लिए शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहा था, लेकिन कुछ देर बाद भीड़ में से किसी ने नक्सली कमांडर माडवी हिडमा के समर्थन में नारे लगाने शुरु कर दिए, जिससे अब प्रदर्शन को लेकर सवाल खड़े हो गए। इस मामले में पुलिस ने करीब 15 से 20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। इस घटना का वीडियो फुटेज तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। यहां बताते चलें कि हिडमा वही नक्सली कमांडर है, जिसकी हाल ही में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई है। जैसे ही प्रदर्शन कर रहे समूह के बीच में से किसी ने माडवी हिडमा अमर रहे के नारे लगाए और पोस्टर लहराए वैसे ही विवाद खड़ा हो गया। इसी के साथ ही शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा प्रदूषण-विरोधी प्रदर्शन भी विवादों में आ गया। इस घटना का वीडियो फुटेज जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वैसे ही लोगों ने प्रतिक्रियाएं देनी शुरु कर दीं। सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इसे अर्बन नक्सल प्रोपेगेंडा बताया, जबकि कई ने इस प्रदर्शन के पीछे किसी संगठित समूह के शामिल होने की आशंका जताई। वहीं कुछ ने प्रदर्शन को फेल करने और विवाद खड़ा करने की साजिश करार दिया। नक्सली कमांडर के नारे लगने के बाद दिल्ली पुलिस हरकत में आई और कई लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारी अचानक बैरिकेड तोड़कर सड़क पर बैठ गए, जिससे एंबुलेंस सहित कई इमरजेंसी वाहन फंस गए। जब पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने चिली स्प्रे का छिड़काव कर दिया। डीसीपी देवेश महला ने मीडिया को बताया, पहली दफा हमने यह देखा कि पुलिस पर चिली स्प्रे का इस्तेमाल हो रहा है। हमारे कई जवानों की आंखों में स्प्रे गया, जिन्हें इलाज के लिए आरएमएल अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने सरकारी काम में बाधा, बैरिकेड तोड़ने, सड़क जाम करने और पुलिस पर हमला करने की धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर प्रदर्शनकारियों की पहचान भी की जा रही है। अब सवाल यह किया जा रहा है कि आखिर प्रदूषण विरोधी प्रदर्शन में नक्सल समर्थक कैसे घुस गए? दिल्ली पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि क्या किसी संगठित समूह ने प्रदूषण विरोध के नाम पर भीड़ का इस्तेमाल कर नक्सली विचारधारा का प्रचार करने की कोशिश की। प्रदर्शन में शामिल कई युवाओं का कहना है कि वे केवल क्लीन एयर की मांग को लेकर आए थे, लेकिन किसने और क्यों इस तरह के नारे लगाए समझ से परे है। हिदायत/ईएमएस 24नवंबर25