गाजियाबाद(ईएमएस)। डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी एक बार फिर अपने विवादित बयानों की वजह से चर्चा में हैं। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति और देश के मिसाइलमैन कहे जाने वाले महान वैज्ञानिक अब्दुल कलाम पर कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं। यति ने ना सिर्फ उन्हें अफजल गुरु से हमदर्दी रखने का आरोप लगाया बल्कि उन्हें जिहाद करने वाला तक बता डाला। हैरानी की बात यह है कि यति ने यह सब पुलिसकर्मियों के सामने कहा जो उनके आगे हाथ जोड़ते रहे। खुद को रोकने वाले पुलिसकर्मियों के सामने यति नरसिंहानंद ने कहा कि वह (अब्दुल कलाम) तीनों सेनाओं का अध्यक्ष होकर जिहाद कर सकता है और हमारा छोटा सा सिपाही भी धर्म के लिए कुछ नहीं कर सकता, क्योंकि सिस्टम हमारा ऐसा ही है। इन टिप्पणियों के बावजूद वहां खड़े पुलिसकर्मी यति को हाथ जोड़ते नजर आए। इससे पहले यति ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। यति नरसिंहानंद ने सोमवार को प्रधानमंत्री आवास जाने का ऐलान किया था। वह इस्लामिक जिहाद को लेकर श्वेत पत्र जारी करने की मांग को लेकर पीएम आवास जाना चाहते थे। लेकिन पुलिस ने उन्हें दिल्ली जाने से रोक दिया। फिर क्या था, यति नरसिंहानंद वहीं खड़े होकर एक से बढ़कर एक विवादित बातें करने लगे। पुलिस द्वारा रोके जाने को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए गिरी ने कहा कि इस्लाम का जिहाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है और यदि यह जारी रहा तो बहुत जल्द सारी दुनिया नष्ट हो जाएगी। इसके बाद वह पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम तक पहुंच गए और उन्हें सबसे कट्टर मुसलमान बताते हुए अफजल के परिवार से मुलाकात, जिहाद जैसे आरोप लगाने लगे। यति ने कहा, अफजल गुरु के परिवार से सारे प्रोटोकॉल तोड़कर मिला। अब्दुल कलाम से कट्टर मुसलमान इस देश में नहीं हुआ। स्वतंत्र भारत के इतिहास में एक ही राष्ट्रपति है जो मृत्युदंड पाए किसी अपराधी के परिवार से मिला। जब तक अब्दुल कलाम उसके परिवारवालों से नहीं मिला था अफजल गुरु ने दया याचिका दायर नहीं की थी। अब्दुल कलाम ने कहा कि दया याचिका दायर करो मैं बैठा हूं यहां पर। कांग्रेस सरकार ने तब तक दया याचिका होम डिपार्टमेंट से भेजी नहीं, वरना...। यति ने अब्दुल कलाम को भारत रत्न देने वाले नेताओं के लिए भी अपशब्द का इस्तेमाल किया। वीरेंद्र/ईएमएस/25नवंबर2025