:: कलेक्टर के मार्गदर्शन में बड़ी कार्रवाई; सहज इंटरप्राइजेज में गंदगी के बीच बन रहे थे मसाले, 5 नमूनों की जाँच शुरू :: इंदौर (ईएमएस)। इंदौर के नागरिकों की सेहत से खिलवाड़ करने वाले मिलावटखोरों पर जिला प्रशासन का कड़ा प्रहार हुआ है! मुख्यमंत्री के सख्त निर्देशों पर अमल करते हुए, कलेक्टर शिवम वर्मा के निर्देशन में जिला प्रशासन और खाद्य औषधि प्रशासन विभाग की संयुक्त टीम ने आज (मंगलवार) को पालदा क्षेत्र में एक बड़ी गंदे कारोबार की फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। :: अवैध कारोबार का पर्दाफाश :: टीम ने पालदा, उद्योग नगर स्थित सहज एंटरप्राइजेज पर अचानक धावा बोला। मौके पर प्रतिष्ठान प्रभारी युवराज राजानी उपस्थित पाए गए। निरीक्षण में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ कि मसाला निर्माण का कार्य बिना किसी आधिकारिक खाद्य लाइसेंस (अनुज्ञप्ति) के अवैध रूप से किया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान यह पाया गया कि संपूर्ण निर्माण इकाई में अस्वच्छ और स्वास्थ्य के लिए खतरनाक परिस्थितियाँ थीं। खाद्य पदार्थों का भंडारण भी पूरी तरह अस्त-व्यस्त था, जिससे साफ जाहिर होता है कि यहाँ मानकों को ताक पर रखकर जन-स्वास्थ्य से गंभीर खिलवाड़ किया जा रहा था। :: कारोबार तुरंत बंद, जांच शुरू :: टीम ने तुरंत जाँच हेतु प्योर इंदौरी रेड चिली पाउडर, प्योर इंदौरी कोरिएंडर पाउडर, प्योर इंदौरी टर्मरिक पाउडर, प्योर इंदौरी हींग युक्त जीरावन और राम बंधु मैंगो पिकल सहित पाँच प्रमुख मसालों के नमूने जब्त किए। प्रतिष्ठान के पास कानूनी लाइसेंस न होने के कारण, परिसर में चल रहे खाद्य पदार्थों के निर्माण और विक्रय को तत्काल प्रभाव से बंद कराते हुए फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। कलेक्टर शिवम वर्मा ने सख्त लहजे में चेतावनी दी कि मिलावटखोरी के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाएगी और ऐसे कारोबारियों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रकाश/25 नवम्बर 2025