-27 को जालंधर स्थित नेशनल हाईवे को पूरी तरह किया जाएगा जाम चंडीगढ़,(ईएमएस)। पंजाब में एक बार फिर किसान आंदोलन की आहत सुनाई देने लगी है। बताया जा रहा है कि शंभु व खन्नौरी बार्डर के किसान संगठनों ने बड़े आंदोलनों का ऐलान किया है। किसान नेताओं ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने उनकी मांगों पर जल्द सुनवाई नहीं करती है, तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा। किसानों ने बताया कि 27 नवंबर यानी गुरुवार को जालंधर स्थित नेशनल हाईवे को पूरी तरह जाम किया जाएगा। किसान नेताओं का कहना है कि शांतिपूर्ण तरीके से कई बार मांगें उठाने के बावजूद सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिसके कारण अब उन्हें सड़कों पर उतरकर विरोध करना पड़ रहा है। वहीं किसान संगठनों ने 5 दिसंबर को पूरे पंजाब में दो घंटे के लिए ट्रेनें रोकने का भी फैसला लिया गया है। इस दौरान राज्यभर में रेलवे स्टेशनों पर किसान प्रदर्शन करेंगे। यह ‘रेल रोको’ की चेतावनी का पहला चरण है, ताकि सरकार उनकी मांगों को गंभीरता से ले। किसानों ने एलान किया कि 17 और 18 दिसंबर को पंजाब के हर जिले में डीसी दफ्तरों के बाहर धरना दिया जाएगा। किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि 18 दिसंबर तक भी उनकी मांगों पर सुनवाई नहीं हुई, तो वे 19 दिसंबर से राज्यभर में ‘रेल रोको’ आंदोलन शुरू कर देंगे। यह तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं निकालती। किसानों ने कहा कि वे बिजली संशोधन बिल 2025 का पुरज़ोर विरोध करेंगे, इसके साथ कई मुद्दों को लेकर भी संघर्ष किया जाएगा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात एक तरफ संयुक्त किसान मोर्चा अपने आंदोलन की 5वीं वर्षगांठ मनाने के लिए सेक्टर-43 स्थित दशहरा ग्राउंड में पहुंच रहा और दूसरी तरफ पंजाब यूनिवर्सिटी बचाओ मोर्चा ने विश्वविद्यालय में पूर्ण बंद का ऐलान किया है। चंडीगढ़ पुलिस ने दोनों जगहों पर कड़ी सुरक्षा प्रबंध किए हैं। इन दोनों आयोजनों के चलते शहर में भीड़, ट्रैफिक जाम और सुरक्षा चुनौतियां बढ़ने की आशंका है। चंडीगढ़ पुलिस के 3,000 कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। पुलिस के मुताबिक देशभर के 30 से अधिक किसान संगठनों से जुड़े करीब 10,000 प्रदर्शनकारी पंजाब, हरियाणा और आसपास के राज्यों से चंडीगढ़ पहुंच सकते हैं। चंडीगढ़ पुलिस ने बॉर्डर पर भी सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए हैं। सिराज/ईएमएस 26नवंबर25