:: सुरक्षा नियमों, परमिट प्रक्रिया और लाइव यार्ड प्रोटोकॉल पर रहा मुख्य फोकस :: देवास/इंदौर, (ईएमएस)। मध्यप्रदेश पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी (एमपी ट्रांसको) ने विद्युत व्यवस्था की सतत् विश्वसनीयता और अपने कर्मचारियों की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अपनी जीरो एक्सीडेंट पॉलिसी के तहत एक बड़ा कदम उठाया है। इसी क्रम में, 220 के.वी. सब स्टेशन देवास में एक विशेष सुरक्षा कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। एम पी ट्रांसको के अतिरिक्त मुख्य अभियंता के एम सिंघल ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य फोकस मेंटेनेंस कार्य के दौरान परमिट जारी/निरस्त करने की प्रक्रिया तथा कठोर सुरक्षा नियमों के पालन पर केंद्रित रहा। कार्यशाला के संयोजक कार्यपालन अभियंता निर्दोष केरकैटा ने सभी तकनीकी कर्मचारियों को सब स्टेशन यार्ड में ले जाकर वास्तविक परिस्थितियों में सुरक्षा प्रक्रियाओं को विस्तार से समझाया। उन्होंने ज़ोर दिया कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सबसे बुनियादी और महत्वपूर्ण कड़ी सुरक्षित परमिट जारी करना, लाइन डिस्कनेक्शन, उचित अर्थिंग, तथा कार्य समाप्ति पर परमिट निरस्त करने की प्रक्रियाओं का विधिवत पालन करना है। लाइव यार्ड में भी सुरक्षा तकनीक सिखाई गई, जिसमें उपकरणों के पास कार्य करते समय आवश्यक सावधानियाँ, जैसे सेफ क्लियरेंस, इमरजेंसी प्रोटोकॉल और लाइव यार्ड में जोखिम बिंदु चिंहित करने आदि का विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में कर्मचारियों द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों के समाधान व्यावहारिक उदाहरणों द्वारा किए गए। :: सुरक्षा मानकों का कठोर पालन अनिवार्य :: कार्यक्रम में एमपी ट्रांसको से जारी सेफ्टी मैन्युअल का सामूहिक अध्ययन भी कराया गया। सभी कार्मिकों को निर्देशित किया गया कि वे दैनिक कार्यों में निर्धारित सुरक्षा मानकों का कठोरता से पालन करें और किसी भी परिस्थिति में सुरक्षा से समझौता न करें। यह कार्यशाला कंपनी की मानवीय पूंजी की सुरक्षा के प्रति उसकी गंभीर प्रतिबद्धता को दर्शाती है। प्रकाश/01 दिसम्बर 2025