नई दिल्ली (ईएमएस)। हैल्थ विशेषज्ञ की माने तो ठंड के मौसम में रात का खाना जल्दी खाना न सिर्फ पाचन को बेहतर बनाता है, बल्कि नींद, मूड और संपूर्ण स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। इसका मुख्य कारण है शरीर की आंतरिक जैविक घड़ी ‘सर्कैडियन रिदम’जो सूरज की रोशनी और अंधेरे के साथ तालमेल बनाकर काम करती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि हमें अपने भोजन के समय में भी बदलाव कर लेना चाहिए। वैज्ञानिकों का कहना है कि सर्दियों में अंधेरा जल्दी छाने के कारण यह लय बदल जाती है, जिससे पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। इसलिए रात का खाना जल्दी करना शरीर के लिए अधिक लाभकारी माना जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार ‘क्रोनोन्यूट्रीशन’ पर हुई नई रिसर्च बताती है कि सेहत को बनाए रखने में भोजन की गुणवत्ता जितनी महत्वपूर्ण है, उतना ही महत्वपूर्ण भोजन का सही समय भी है। शोध में पाया गया कि शाम 6 बजे खाने की तुलना में देर रात 10 बजे खाना खाने से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है और शरीर की फैट बर्निंग क्षमता कम हो जाती है। यह असर तब भी देखा गया जब खाने की मात्रा और सोने का समय समान ही रखा गया। कई अध्ययनों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि दिन के पहले हिस्से में अधिक कैलोरी लेना और रात में हल्का, जल्दी खाना करना वजन, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को संतुलित रखने में मदद करता है। वैज्ञानिक बताते हैं कि शाम को जल्दी खाना खाने से शरीर का मेटाबॉलिज्म अपनी प्राकृतिक लय में कार्य करता है। इससे पाचन प्रक्रिया बेहतर होती है, हार्मोन संतुलित रहते हैं और कैलोरी बर्निंग की गति भी समय पर पूरी होती है। इसका लाभ नींद की गुणवत्ता में भी देखने को मिलता है, साथ ही टाइप-2 डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। सर्दियों में कम धूप मिलने से शरीर की सर्कैडियन रिदम प्रभावित होती है, जिसके कारण मूड स्विंग और थकान जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। इसे ‘सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर’ कहा जाता है। इसी वजह से कई लोग देर रात स्नैकिंग या खाना खाने लगते हैं, जो पाचन व नींद को और खराब कर देता है। विशेषज्ञों की राय है कि रात का खाना शाम 5:30 से 7:00 बजे के बीच कर लेना सबसे बेहतर है, या कम से कम सोने से दो-तीन घंटे पहले अवश्य खा लेना चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि चूंकि दिन के समय शरीर अधिक सक्रिय होता है, इसलिए नाश्ता और दोपहर का भोजन पौष्टिक और पर्याप्त होना चाहिए। इसके साथ ही भोजन के समय को अपनी दिनचर्या और शारीरिक गतिविधियों के अनुसार ढालना चाहिए। खिलाड़ियों या रात में काम करने वालों की ज़रूरतें अलग हो सकती हैं, लेकिन आम लोगों के लिए देर रात भोजन करना नुकसानदायक साबित हो सकता है। सुदामा/ईएमएस 02 दिसंबर 2025