राज्य
03-Dec-2025
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“मुस्कान विशेष अभियान’’ के तहत 13 हजार 108 विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम 16 लाख 15 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को महिला सुरक्षा की दी गई जानकारी भोपाल(ईएमएस)। महिला सुरक्षा शाखा, पुलिस मुख्यालय, भोपाल द्वारा “मुस्कान विशेष अभियान” 01 नवम्बर से 30 नवम्बर तक पूरे प्रदेश में संचालित किया गया। एमीप पुलिस द्वारा चलाये गये “मुस्कान विशेष अभियान” के दौरान मध्यप्रदेश पुलिस की सभी इकाइयों थाना पुलिस, जिला पुलिस, साइबर सेल, जीआरपी/आरपीएफ, महिला एवं बाल सुरक्षा डेस्क ने लगातार सक्रियता दिखाते हुए गुमशुदा/अपहृत बालक–बालिकाओं को सुरक्षित दस्तयाब किया। कई मामलों में पुलिस टीमों ने सैकड़ों किलोमीटर का सफर, अंतर्राज्यीय समन्वय, तकनीकी विश्लेषण, सीसीटीवी फुटेज स्कैन के द्वारा गंभीर अपराधों में आरोपियों की गिरफ्तारी की। अभियान के अंतर्गत माह नवंबर में 1 हजार 903 लापता बालिकाओं को सकुशल दस्तयाब किया गया है। * अभियान का उद्देश्य अभियान का मुख्य उद्देश्य गुमशुदा या अपहृत किशोरियो को खोज कर उन्हें सुरक्षित उनके परिजनों तक पहुँचाने के साथ ही विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में बालिकाओं और छात्रों को महिला अपराधों, कानूनी प्रावधानों, साइबर सुरक्षा, बाल विवाह एवं लैंगिक समानता के विषयों पर जागरूक कर, समाज में सुरक्षा एवं सम्मान का वातावरण स्थापित करना है। * विशेष जागरूकता कार्यक्रमों का किया गया आयोजन अभियान के दौरान बालिकाओं की तलाश ही नहीं की गई, बल्कि राज्य के 13 हजार 108 विद्यालयों में विशेष जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इन कार्यक्रमों में पुलिस अधिकारियों ने छात्र-छात्राओं को महिला सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, बाल अधिकारों और गुड टच-बैड टच जैसी अवधारणाओं की जानकारी दी। इन कार्यक्रमों के माध्यम से अब तक 16 लाख 15 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं तक सुरक्षा से जुड़ा संदेश पहुँचाया गया। स्थानीय थानों की महिला डेस्क, सखी डेस्क और सामाजिक संगठनों ने भी इस अभियान में सक्रिय सहयोग किया। * प्रमुख जिलों की यह रही सराहनीय कार्यवाहियाँ अभियान के दौरान आगरमालवा, अशोकनगर, विदिशा, अलीराजपुर एवं हरदा जिलों ने बालिकाओं की दस्‍तयाबी में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। पुलिस कमिश्नरेट इंदौर द्वारा अभियान के दौरान 144 बालिकाओं को दस्‍तयाब किया गया। जिला धार में 110 बालिकाओं को दस्‍तयाब किया गया, जबकि जिला रतलाम में 73 बालिकाओं को दस्तब किया गया। * अंर्तराज्यीय स्तर पर भी मिली सफलता अभियान के दौरान एमपी पुलिस ने राजस्थान, उत्तरप्रदेश, गुजरात, दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर, महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश- तेलंगाना एवं बिहार राज्यों तक से किशोरियो को सुरक्षित बरामद किया है। इस दौरान सीधी जिले की थाना मझौली पुलिस ने महीनों से लापता किशोरी को भारत-नेपाल बॉर्डर से दस्तयाब कर परिजनों तक पहुंचाया। वहीं गुना जिले की राघौगढ़ थाना पुलिस ने लगभग 1000 किलोमीटर दूर राजस्थान के जैसलमेर में पाकिस्तान सीमा के पास से अपहृत किशोरी को सकुशल दस्‍तयाब किया। * तुंरत लिये गये एक्शन में कई बालिकाओ को ढूंढ निकाला कई मामलों में पुलिस ने फौरन ही मुस्तैदी दिखाई। देवास और सीहोर पुलिस ने 6 घंटे में, अशोकनगर पुलिस ने 6 घंटे में शिवपुरी पुलिस ने 12 घंटे एवं 24 घंटे के भीतर ही गुमशुदा बालिकाओं को ढूंढ निकाला। * अनसुलझे मामलो में भी मिली कामयाबी कई जटिल मामलों का भी एमपी पुलिस ने अभियान के दौरान खुलासा किया है। विदिशा पुलिस ने 13 सालो बाद लापता बालिका को वहीं झाबुआ पुलिस ने 9 वर्ष बाद, गुना पुलिस ने 12 वर्ष बाद, नीमच पुलिस ने 17 साल से अधिक समय से लापता किशोरी को दस्तयाब कर महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की। जुनेद / 3 दिसंबर