मुम्बई (ईएमएस)। चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष एमएस के प्रसाद ने कहा है कि अनुभवी बल्लेबाजों रोहित शर्मा और विराट कोहली पर घरेलू क्रिकेट खेलने का दबाव नहीं बनाया जाना चाहिये। प्रसाद ने ये बात भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को उसे निर्देश को लेकर कही है जिसमें बोर्ड ने केन्द्रीय अनुबंध वाले खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने का अनिवार्य बनाया है। केवल फिट नहीं होने पर ही खिलाड़ियों को घरेलू क्रिेकेट से बाहर रहने की अनुमति दी गयी है। ऐसे में माना जा रहा है कि विराट और रोहित आने वाले समय में विजय हज़ारे ट्रॉफी खेलते हुए दिख सकते हैं। वहीं प्रसाद का मानना है कि बोर्ड को इन सीनियर खिलाड़ियों पर घरेलू मैच खेलने का दबाव नहीं डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोहित और कोहली न सिर्फ टीम के अनुभवी खिलाड़ी हैं बल्कि युवा खिलाड़ियों से कहीं बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं बोर्ड का मानना है सभी अनुबंधित खिलाड़ी अवसर मिलने पर घरेलू क्रिकेट खेलें, जिससे उनकी फिटनेस के साथ ही लय भी बनी रहेगी। इसी के बाद दिल्ली जिला क्रिकेट संघ ने कहा था कि विराट आगामी विजय हज़ारे ट्रॉफी में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा उसने रोहित के भी मुम्बई की ओर से मैदान पर उतरने की उम्मीद जतायी। इस नियम का उद्देश्य घरेलू स्तर पर स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी बढ़ाना है, जिससे युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा और अनुभव मिल सके।वहीं प्रसाद ने वर्तमान मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर को आगाह किया है कि कोहली और रोहित जैसे बड़े खिलाड़ियों पर घरेलू क्रिकेट खेलने का दबाव न बनाया जाए। साथ ही कहा कि इससे उनपर मानसिक दबाव पड़ेगा। रेलू क्रिकेट खेलना अच्छा है, लेकिन इसे जबरदस्ती की तरह पेश नहीं करना चाहिए। प्रसाद ने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने कभी भी तब के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए मजबूर नहीं किया। उन्होंने कहा, यह अच्छा होगा अगर वे घरेलू क्रिकेट खेलें, क्योंकि इससे स्टेट टीमों के युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी। लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि यह मामला न उठाया जाए। गिरजा/ईएमएस 04 दिसंबर 2025